या फिर ईमेल अकाउंट कॉम्प्रमाइज की वजह से साल 2021 में लोगों को 2.4 अरब डॉलर (लगभग 187 अरब रुपये) का नुकसान हुआ. यह अपने आप में एक खतरनाक तरीके का स्कैम था, जिसके निशाने पर बिजनेस और व्यक्तिगत दोनों तरह के अकाउंट्स थे. वे अकाउंट्स जो फंड ट्रांसफर में इस्तेमाल होते थे, उन्हें स्कैमर्स के टार्गेट बनाया.
कितना हुआ नुकसान?
साल 2021 में अमेरिका में इस तरह के स्कैम सबसे ज्यादा हुए हैं. FBI की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल साइबर क्राइम में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. एजेंसी की मानें तो साल 2021 में बिजनेस और पर्सनल ईमेल स्कैम में लोगों ने 2.4 अरब डॉलर गंवाए हैं. इसमें से 59 परसेंट अमेरिका में, 38 परसेंट UK में और 3 परसेंट दूसरी जगहों पर हुए हैं.
कैसे लोगों को फंसाते हैं?
स्कैम के लिए हैकर्स स्पूफिंग या पर्सनल ईमेल अकाउंट्स का यूज कर चुके हैं. अब फ्रॉडस्टर्स वर्चुअल मीटिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल हैकिंग के लिए कर रहे हैं.
इसके जरिए वह बिजनेस लीडर्स के क्रेडेंशियल चुराते हैं और फ्रॉड वायर्ड ट्रांसफर करते हैं. इन फ्रॉडेंट वायर ट्रांसफर्स को तुरंत ही क्रिप्टो करेंसी वॉलेट में ट्रांसफर कर लिया जाता है. इससे रिकवरी मुश्किल हो जाती है.
इन्वेस्टमेंट के नाम पर बेवकूफ बना रहें
ऐसा ही एक दूसरा साइबर क्राइम इन्वेस्टमेंट स्कैम है. इस तरह के कई स्कैम भी सामने आए हैं, जिसमें यूजर्स को इन्वेस्टमेंट के लिए गलत जानकारी दी जाती है. इन तरह के स्कैम में यूजर्स को कम रिस्क पर ज्यादा रिटर्न का लालच देकर फंसाया जाता है. रिटायरमेंट, 401K, Ponzi और पिरामिड इस तरह के ही स्कैम हैं.