
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि पूर्वोत्तर कांगो में हिंसा काफी बढ़ गई है और गत तीन दिन में यहां हुई हिंसक घटनाओं में 40 से अधिक लोगों की जान गई है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक के बताया कि इस साल अब तक इतुरी प्रांत में 600 से अधिक लोग मारे गए हैं और करीब 3,45,000 लोग विस्थापित हुए हैं। दुजारिक ने मंगलवार को कहा, ‘‘हम इस हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं और सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और मानवाधिकार संबंधी जिम्मेदारियों का पालन करने का आह्वान करते हैं।’’ पूर्वी कांगो में दशकों से संघर्ष चल रहा है और 120 से अधिक सशस्त्र समूह कीमती खनिज संसाधनों पर नियंत्रण के लिए और कुछ अपने समुदायों की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं।
विद्रोही समूहों द्वारा बड़े पैमाने पर अक्सर नरसंहार किया जाता रहा है, इसलिए हिंसा के कारण लोगों का पलायन शुरू हो गया है। इस तरह के हमले अक्सर पूरे समुदाय को विस्थापित कर देते हैं। कई निवासी नजदीक के सुरक्षित स्थानों पर पलायन करते हैं जो इस अतिरिक्त आबादी के लिहाज से पूरी तरह सक्षम नहीं होते और वहां पर समस्या बढ़ जाती है। ‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ के आपातकालीन कार्यक्रमों के प्रमुख डॉ. गाइगुय मनानगामा ने कहा, ‘‘विस्थापन का दायरा और अवधि ऐतिहासिक है, यहां तक कि पूर्वी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो के लिए भी।’’ इस संगठन को फ्रांसीसी में संक्षिप्त रूप से एमएसएफ के तौर पर जाना जाता है।
