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इन दिनों पॉपकॉर्न देखने ही नहीं मिल रहा. जिसके पीछे किसानों की मक्के की फसल से दूरी और पैकेजिंग सामान का ना मिलना बताया जा रहा है.
बीते कुछ सालों में महंगाई आसमान छू रही है. पेट्रोल डीजल के दाम दुनिया भर में बढ़े हैं तो भारत में भी कुछ चीजें महंगाई की चपेट में हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ चीजें हैं जो अलग-अलग देशों में अधिक महंगी हो रही हैं. जैसे दुनिया भर में पॉपकॉर्न (Why Shortage Of Popcorn) से लेकर स्पाइसी सॉस श्रीरचा (Sriracha) तक की कमी हो रही है. वहीं जर्मनी के बाजार में बीयर की शॉर्टेज है. इतना ही नहीं जापान में प्याज के दाम लोगों को रुला रहे हैं. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह...
सप्लाई चेन पर भारी दवाब
दरअसल, इन दिनों पूरी दुनिया में सप्लाई चेन भारी दबाव में है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में सप्लाई चेन पर काफी दवाब है, किसी प्रोडक्ट का कच्चा माल नहीं मिल रहा तो किसी की पैकिंग में दिक्कत है. तमाम कंपनियों ने यह बात स्वीकार की है कि सप्लाई चेन में दिक्कत ही दुनिया भर में सामना की शॉर्टेज की वजह है.
जर्मनी में बीयर की कीमतों में उछाल
आपको बता दें कि हाल ही में कुछ महीनों में जर्मनी में बोतल में बिकने वाली बीयर के रेट काफी ज्यादा बढ़े हैं. रेट बढ़ने के साथ बाजार में ये उपलब्ध भी नहीं हैं. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया में लेट्यूस, जापान में प्याज और सलामी के भी हाल यही हैं. सभी के पीछे ग्लोबल सप्लाई चेन में गड़बड़ी ही वजह है.
बीयर की नहीं, बोतल और कैन है वजह
इस बीयर की किल्लत के पीछे असली वजह बीयर की कमी नहीं है, बल्कि शीशे की बोतल और एल्युमिनियम कैन बनाने वाली कंपनियां ही इन्हें नहीं बना रही हैं. इसलिए सोडा और बीयर को पैक करने की सुविधा नहीं और वह बाजार की पहुंच से दूर हो रही हैं. इसके साथ ही शिपिंग कंटेनर भी कम हैं. इस सबके पीछे विशेषज्ञ कोरोना महामारी में लगे लॉकडाउन का आफ्टर इफेक्ट बता रहे हैं.
पॉपकॉर्न को तरसा अमेरिका
इस किल्लत के दौर से अमेरिका भी अछूता नहीं है. यहां सबसे ज्यादा कमी रेस्टोरेंट में इस्तेमाल होने वाला सॉस श्रीरचा और पॉपकॉर्न की हो रही है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस सॉस का एक बड़ा ब्रांड Huy Fong Foods भी सप्लाई चेन के चलते अपना प्रोडक्शन बंद कर चुकी है. क्योंकि सॉस बनाने के लिए कच्चा माल ही नहीं है. वहीं पॉपकॉर्न की कमी भी अमेरिका में एक बड़ा मुद्दा बन चुकी है. सिनेमाहॉल में अमेरिकी लोग पॉपकॉर्न खाना खूब पसंद करते हैं, लेकिन इन दिनों पॉपकॉर्न देखने ही नहीं मिल रहा. जिसके पीछे किसानों की मक्के की फसल से दूरी और पैकेजिंग सामान का ना मिलना बताया जा रहा है.
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