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अफगानिस्तान से भले ही अमेरिकी सेना स्वदेश लौट चुकी हो लेकिन अमेरिका पर दबाव है कि वह अफगान सरजमीं पर आतंकियों पर कार्रवाई से पीछे न हटे।
अफगानिस्तान से भले ही अमेरिकी सेना स्वदेश लौट चुकी हो लेकिन अमेरिका पर दबाव है कि वह अफगान सरजमीं पर आतंकियों पर कार्रवाई से पीछे न हटे। इसी कड़ी में पेंटागन के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि हम उन देशों से वार्ता कर रहे हैं जो अफगानिस्तान की सीमा पर आतंक विरोधी बातें कर रहे हैं। इसके लिए अमेरिका जरूरत पड़ने पर अपने प्रतिद्वंद्वी रूस से भी हाथ मिलाएगा।
पोलिटिको पत्रिका के मुताबिक, सीनेटरों के साथ एक सुनवाई के दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) के शीर्ष अधिकारियों ने इस बारे में काफी अहम चर्चा की। अधिकारियों ने संकेत दिए कि आतंकरोधी अभियान को अंजाम देने के लिए अमेरिका रूसी एयरबेस का इस्तेमाल करने से भी पीछे नहीं हटेगा और वह इसके लिए बातचीत कर रहा है। बंद दरवाजों के पीछे से सांसदों को यह जानकारी अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष मार्क माइले ने दी। अफसरों ने ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान व अन्य सरकारों संग होने वाली चर्चाओं के बारे में भी खुलासा किया।
आईएसआई-तालिबान रिश्तों पर हो बंद कमरों में चर्चा : ऑस्टिन
अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सीनेटरों से कहा है कि तालिबान के साथ पाकिस्तान व आईएसआई के रिश्तों पर बातचीत सिर्फ बंद कमरों में ही की जा सकती है। माइले ने कहा, आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद अगस्त के आखिरी सप्ताह में अघोषित दौरे पर काबुल गए थे और तालिबान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी।
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