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कश्मीर राग अलाप कर बोले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान- भारत से कोई रिश्ता नहीं है, विशेष दर्जा वापस करे तब होगी बातचीत

Renuka Sahu
16 Feb 2022 12:56 AM GMT
कश्मीर राग अलाप कर बोले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान- भारत से कोई रिश्ता नहीं है, विशेष दर्जा वापस करे तब होगी बातचीत
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फाइल फोटो 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान वक्त-बेवक्त कश्मीर का राग अलापते रहते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान वक्त-बेवक्त कश्मीर का राग अलापते रहते हैं। दुनिया के कई देश इस मसले पर पाकिस्तानी पीएम का कभी साथ नहीं देते खुद भारत पहले भी कई मौकों पर पाकिस्तान को साफ शब्दों में कह चुका है कि जम्मू-कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है और किसी को भी इस अहम राज्य को लेकर अपनी नसीहत देने की जरूरत नही। लेकिन पाकिस्तान के पीएम गाहे-बगाहे जम्मू-कश्मीर का नाम लेने से फिर भी बाज नहीं आते हैं।

मंगलवार को इमरान खान ने कहा, 'मौजूदा समय में भारत और पाकिस्तान के बीच कोई रिश्ता नहीं है। दोनों देशों के बीच बातचीत तब ही संभव है जब नई दिल्ली, जम्मू और कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा लौटा दे।' पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने फ्रेंच न्यूजपेपर 'Le Figaro' के साथ एक साक्षात्कार में कहा, 'दोनों देशों के बीच अलगाव की असली वजह कश्मीर मुद्दा है। अगस्त 2019 में जब से सरकार ने जम्मू और कश्मीर से विशेष राज्य का दर्ज छीन लिया है तब से पाकिस्तान सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है।'
यूट्यूब पर पाकिस्तानी पीएम के साक्षात्कार का जो वीडियो अपलोड किया गया है उसके मुताबिक इमरान खान ने कहा है कि अभी भारत से कोई रिश्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि जब से भारत ने जम्मू और कश्मीर से विशेष राज्य का दर्ज हटाया तब ही से दोनों देशों के बीच कोई रिश्ता नहीं है। इमरान खान ने कहा, 'हां, 5 अगस्त 2019 को वापस ले लीजिए और फिर हम उसके बाद बातचीत कर सकते हैं।'
इमरान खान ने आगे कहा, 'हम भारत के साथ रिश्ता बना सकते हैं लेकिन सिर्फ तब जब वो 5 अगस्त 2019 को उठाया गया कदम वापस ले ले। उन्हें कश्मीर को उसका दर्जा वापस करना होगा क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघ है।' इमरान खान ने कश्मीर में जनमत संग्रह कराए जाने का जिक्र करते हुए दावा किया कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आश्वासन मिला है कि वो जनमत संग्रह की अनुमति देंगे और यहीं वो तरीका है जिसके जरिए जम्मू और कश्मीर को उसका दर्जा मिल सकेगा।
पाकिस्तानी पीएम की इन बातों पर अभी भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि साल 2008 में हुए मुंबई हमलों के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में दूरी बढ़ गई। इस हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा का हाथ था। पाकिस्तान सीमा पर सीजफायर के उल्लंघन से भी बाज नहीं आता है। कई सालों तक पाकिस्तान ने सीमा पर जमकर सीजफायर का उल्लंघन किया। भारत और पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारियों की कई बैठकों के बाद पिछले साल फरवरी के महीने से पाकिस्तान ने सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन बंद किया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार मुस्लिमों के प्रति घृणा की सोच और खासकर पाकिस्तान के प्रति नफरत वाली सोच रखती है। जिसकी वजह से अच्छे माहौल में दोनों देशों के बीच बातचीत नहीं हो पाती है।
इमरान खान ने दावा किया है कि 14 फरवरी, 2019 को हुए पुलवामा अटैक को एक कश्मीरी लड़के ने अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि इस हमले का मकसद दोनों देशों के बीच युद्ध कराना था। इस दौरान एक भारतीय जेट को गिराया गया था। पाकिस्तान ने पायलट को सुरक्षित वापस कर दिया था क्योंकि हम कोई यु्द्ध नहीं चाहते हैं। बता दें कि भारत कहता आया है कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का हाथ है।
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