विश्व

भारत संग पाकिस्तान के विदेश मंत्री खुफिया बातचीत से किया इनकार, कहा- कश्मीर नीति पर दोबारा करें विचार

Apurva Srivastav
25 April 2021 1:55 PM GMT
भारत संग पाकिस्तान के विदेश मंत्री खुफिया बातचीत से किया इनकार, कहा- कश्मीर नीति पर दोबारा करें विचार
x
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री दो मौकों पर एक ही देश में मौजूद रहे

भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री दो मौकों पर एक ही देश में मौजूद रहे, लेकिन फिर भी इनके बीच बातचीत नहीं हो सकी. पहला मौका था तजाकिस्तान (Tajikistan) में होने वाला हर्ट ऑफ एशिया सम्मेलन. और दूसरा मौका था दोनों नेताओं का संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का दौरा. जिसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी दुबई में रहे जबकि भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) अबू धाबी में. अब कुरैशी ने एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने 'बातचीत' से जुड़े सवालों का जवाब दिया है.

तुर्की के टीवी चैनल टीआरटी वर्ल्ड को दिए इंटरव्यू में कुरैशी ने भारत और पाकिस्तान (India Pakistan Relations) के बीच किसी तरह ही 'खुफिया बातचीत' से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी तीसरे पक्ष के जरिए भी कोई बातचीत नहीं हो रही है. बीते दिनों खबर आई थी कि संयुक्त अरब अमीरात दोनों देशों को बातचीत के टेबल पर लाने की कोशिश कर रहा है और ये बातचीत गुप्त तरीके से शुरू भी हो गई है. इसपर कुरैशी ने कहा कि यूएई किसी तरह की बातचीत के लिए मध्यस्थता नहीं कर रहा है.
नहीं हो रही कोई बातचीत
विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा कि 'भारत और पाकिस्तान दक्षिण एशिया (South Asia) के दो परमाणु हथियार संपन्न देश हैं और इन दोनों देशों के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात के रिश्ते अच्छे हैं. लेकिन फिलहाल दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही है.' लेकिन इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान किसी बातचीत से पीछे नहीं हटा है. कुरैशी ने भारत को लेकर कहा कि वह (भारत) ही बातचीत से पीछे हट जाता है. इसके साथ ही कुरैशी ने भारत पर उकसावे वाले कदम कदम उठाने का आरोप लगाया है.
जम्मू कश्मीर का जिक्र किया
कुरैशी ने कहा कि बातचीत के लिए भारत को सकारात्मक माहौल बनाना होगा. उन्होंने जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए संविधान के अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाए जाने की आलोचना की. कुरैशी ने कहा, 'भारत ने कश्मीरियों के अधिकार छीने हैं और उनपर पाबंदियां लगा दी हैं. ऐसे में किस तरह बातचीत आगे बढ़ सकती है. भारत को अपनी कश्मीर नीति पर दोबारा विचार करना होगा ताकि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार हो सके.'


Next Story