विश्व

पाकिस्तानी मंत्री कुरैशी: अमेरिका को नहीं करने देंगे अपनी जमीन का इस्तेमाल

Neha Dani
27 May 2021 1:59 AM GMT
पाकिस्तानी मंत्री कुरैशी: अमेरिका को नहीं करने देंगे अपनी जमीन का इस्तेमाल
x
तूर की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है।

अमेरिका द्वारा पाक को सुरक्षा मदद न देने का ट्रंप प्रशासन का फैसला बरकरार रखने के बाद पाकिस्तानी मंत्री तिलमिला उठे हैं। पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यहां तक कह दिया कि हम न तो अमेरिकी सेना को सैन्य बेस बनाने देंगे और न ही पाक में कहीं भी ड्रोन हमले करने के मंजूरी देंगे। उन्होंने कहा, अमेरिका अपने 'हैंगओवर' से बाहर आए और हमें 'अफगानिस्तान प्रिज्म' से देखना छोड़ दे।

कुरैशी का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका कह रहा है कि वह भविष्य में अफगानिस्तान को आतंकी गुटों के खतरे से बचाने के लिए अपनी जगह कहीं बना सकता है या नहीं इस पर विचार कर रहा है। जबकि अमेरिकी अधिकारी ने न तो पाक का नाम लिया और न ही मीडिया की अटकलों का जवाब दिया। हालांकि मीडिया में जरूर अमेरिका के हवाले से कहा गया कि पाक उन्हें अपने यहां सैन्य ठिकाना बनाने की मंजूरी दे चुका है। लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इन खबरों को झूठा बताया था। उधर, पाक विदेश मंत्री शाह कुरैशी ने जापानी अखबार निक्केई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि हमारी प्राथमिकता में अब आर्थिक और मानव विकास शामिल है। इसलिए अमेरिकी नेताओं को चाहिए कि वे पाकिस्तान को अफगानिस्तान के प्रिज्म से न देखें और पुरानी धारणाओं को बदलने की कोशिश करें।
काम नहीं करेगा लेनदेन का रिश्ता
पाकिस्तानी मंत्री कुरैशी ने कहा, अमेरिका यदि पाक में निवेश नहीं कर रहा है तो वह हमसे नहीं जुड़ रहा है। ऐसे में वह कैसे कह सकता है कि द्विपक्षीय रिश्तों में मदद कर रहे हैं। कुरैशी ने कहा, रिश्ते निभाने के लिए जुड़े रहना जरूरी है और यदि वे (अमेरिका) सिर्फ लेनदेन का रिश्ता बनाते हैं तो यह काम नहीं करेगा।
द्विपक्षीय रिश्तों के लिए रूपरेखा पेश
अमेरिका से रिश्तों महत्वपूर्ण बदलाव की मांग करते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोइद यूसुफ ने अमेरिकी एनएसए जैक सुलिवन से द्विपक्षीय संबंधों को रक्षा-सुरक्षा पर नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था और व्यापार के आधार पर बढ़ाने की रूपरेखा पेश की। इस माह जिनेवा में हुई मुलाकात की जानकारी बुधवार को सामने रखी गई।
रावलपिंडी सड़क घोटाले में घिर सकते हैं इमरान खान
लाहौर। पाक पीएम द्वारा स्वीकृत रावलपिंडी रिंग रोड परियोजना में भ्रष्टाचार पर विपक्षी दल पहले ही इमरान खान पर सवाल उठा चुके हैं। ऐसे में अब देश के भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी ने इस परियोजना से जुड़ी घोटाले की जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी के महानिदेशक मोहम्मद गोहर द्वारा नामित टीम में कानूनी, तकनीकी और आर्थिक विशेषज्ञ शामिल हैं। घोटाले को लेकर इमरान खान भी घिर सकते हैं। आरोप इतने गंभीर हैं कि रिपोर्ट में नाम आने के बाद खान के सहायक जुल्फी बुखारी को इस्तीफा देना पड़ा। इस घोटाले में 18 नेता, 34 प्रभावशाली बिल्डर्स और संपत्ति कारोबारी शामिल हैं।
सशस्त्र बलों के आलोचक पत्रकार पर हमला
सशस्त्र बलों व सेना के आलोचक पाकिस्तान के पत्रकार असद अली तूर पर उनके इस्लामाबाद स्थित निवास के बाहर अज्ञात लोगों ने हमला किया। इससे पहले भी मीडियाकर्मियों पर यहां कई हमले हुए हैं। तूर एक यूट्यूबर भी है और उन्हें उनके आवास के बाहर बुरी तरह से पीटा गया। एक वीडियो में पत्रकार तूर खून से लथपथ अस्पताल जाते दिख रहे हैं। वीडियो में हमलावरों के चेहरे नजर आने के बावजूद उन्हें अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। तूर की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है।

Next Story