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शांतिदूत बनकर Congo गया पाकिस्तानी कर्नल पूर्वी कॉन्गो में प्रमोट करने लगा इस्लाम, जांच के आदेश

Gulabi
2 Jan 2021 10:06 AM GMT
शांतिदूत बनकर Congo गया पाकिस्तानी कर्नल पूर्वी कॉन्गो में प्रमोट करने लगा इस्लाम, जांच के आदेश
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पाकिस्तान (Pakistan) में जबरन इस्लाम कबूल करवाने की घटनाएं आम हैं,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में जबरन इस्लाम कबूल करवाने की घटनाएं आम हैं, अब पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) के एक वरिष्ठ अधिकारी पर संयुक्त राष्ट्र मिशन (UN Mission) के कर्मचारियों को धर्म परिवर्तन के लिए बरगलाने का आरोप है. एक रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीकी देश कॉन्गो में आधिकारिक ड्यूटी पर तैनात पाकिस्तानी सेना के कर्नल ने कुछ ईसाई कर्मचारियों से इस्लाम कबूल करने को कहा था. मामला सामने आने के बाद जनरल हेडक्वॉर्टर ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है. इस घटना से एक बार फिर साफ हो गया है कि पाकिस्तानी दुनिया में कहीं भी चले जाएं अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं.


कई Mosques भी बनाईं हैं
जिस पाकिस्तानी कर्नल पर धर्म परिवर्तन करवाने का आरोप लगा है कि उसका नाम साकिब मुश्ताकी (Saqib Mushtaqi) है. साकिब कॉन्गो (Congo) में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के मिशन के लिए डिप्टी कमांडर के तौर पर तैनात है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 1999 में संयुक्त राष्ट्र मिशन पर आने के बाद से पाकिस्तानी अधिकारी इस्लाम को पूर्वी कॉन्गो में प्रमोट करने में लगे हैं. इतना ही नहीं, स्थानीय मीडिया ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि पाकिस्तानी सैन्य दल ने उत्तरी कीवू और इतुरी क्षेत्रों में मस्जिदें भी बनवाई हैं.

पहले भी लगते रहे हैं वर्दी पर दाग
वैसे, ये पहला मौका नहीं है जब संयुक्त राष्ट्र के पीस मिशन पर गए पाकिस्तान (Pakistan) के अधिकारी विवादों में घिरे हैं. 2012 में हैती में तैनात दो पाकिस्तानी अधिकारियों पर 14 साल के लड़के के यौन शोषण का आरोप लगा था. पाकिस्तानी सैन्य कोर्ट ने दोनों अफसरों को सेना से बाहर कर एक साल के लिए जेल भेज दिया था. इतना ही नहीं, UN में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम (Munir Akram) के खिलाफ उनकी पार्टनर ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था. हालांकि, वह मामला कोर्ट के बाहर ही सुलझा लिया गया.

Congo में अल्पसंख्यक धर्म है Islam

इस्लाम कॉन्गो में अल्पसंख्यक धर्म है. इसलिए पाकिस्तान अपने सैन्य अधिकारियों के माध्यम से इस्लाम का विस्तार करना चाहता है. जबकि इमरान खान सरकार अपने देश में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक, खासकर हिन्दुओं पर अत्याचार के मामले आम हैं. हिंदू लड़कियों को अगवा करके जबरन इस्लाम कबूल करवाने के कई मामले सामने आ चुके हैं. इसके अलावा, हिंदू मंदिरों को भी लगातार निशाना बनाया जा रहा है. हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक हिंदू मंदिर को भीड़ ने ढहा दिया था.


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