मेडिकल जांच उपकरण निर्माता थेरानॉस के सीईओ रमेश बलवानी को फर्जी कैंसर जांच मशीन से करोड़ों डॉलर कमाने के मामले में दोषी ठहराया गया है। पाकिस्तान में जन्मे बलवानी और उसकी पूर्व प्रेमिका को करीब 12 मामलों में दोषी करार दिया गया है।
लोक अभियोजक स्टेफनी हाइंड्स और एफबीआई के स्पेशल एजेंट शॉन रैगन के मुताबिक, सिलिकॉन वैली के इस चर्चित मामले में संघीय जूरी ने छह माह पहले रमेश की पूर्व प्रेमिका एलिजाबेथ होम्स को दोषी ठहराया था। अब जूरी ने होम्स के व्यापारिक साझीदार बलवानी को भी रोगियों और निवेशकों से करोड़ों डॉलर ठगने का दोषी माना है। बलवानी ने रक्त कैंसर की जांच करने वाली मशीन बनाने का दावा कर मरीजों के साथ धोखा किया।
इस मामले में अगली सुनवाई 15 नवंबर को है। ऐसे दोषियों को अधिकतम 20 साल कैद और 2.50 लाख अमेरिकी डॉलर यानी करीब दो करोड़ रुपये तक जुर्माना हो सकता है। थेरानॉस कंपनी का यह मामला कई साल से सुर्खियों में है। सिलिकॉन वैली में 19 वर्षीय एलिजाबेथ होम्स ने कुछ लोगों के साथ यह कंपनी शुरू की। कैंसर जांच के लिए कंपनी ने अत्याधुनिक मशीन बनाने का दावा कर निवेशकों व मरीजों से करोड़ों डॉलर की धोखाधड़ी की। इस मामले पर एक किताब भी लिखी जा चुकी है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चित रही है।