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पाकिस्तान ने मंगलवार को भारत से अपनी तरफ से करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने और सिख तीर्थयात्रियों को आगामी गुरु नानक देव के जयंती समारोह के लिए पवित्र स्थल पर जाने की अनुमति देने का आग्रह किया।
पाकिस्तान ने मंगलवार को भारत से अपनी तरफ से करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने और सिख तीर्थयात्रियों को आगामी गुरु नानक देव के जयंती समारोह के लिए पवित्र स्थल पर जाने की अनुमति देने का आग्रह किया।
विदेश कार्यालय के अनुसार, 9 नवंबर, 2019 को गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया गया था। लेकिन करतारपुर कॉरिडोर खुलने के कुछ ही महीनों बाद कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया के साथ-साथ इस क्षेत्र को भी प्रभावित किया। जिसके कारण तीर्थयात्रियों की आवाजाही मार्च 2020 से निलंबित कर दी गई और पड़ोसी देश ने इस साल अप्रैल में कोरोना के मामलों में वृद्धि का हवाला देते हुए भारत से सभी यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, "भारत ने अभी तक अपनी तरफ से कॉरिडोर नहीं खोला है और तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब की यात्रा की अनुमति नहीं दी है।" बयान में कहा गया है कि "गुरु नानक देव की जयंती पर 17 से 26 नवंबर तक आयोजित समारोहों के लिए हम भारत और दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं की मेजबानी के लिए उत्सुक हैं।"
बयान में आगे कहा गया है कि 'पाकिस्तान को उम्मीद है कि भारत सहयोग की भावना से तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब जाने के लिए कॉरिडोर से यात्रा करने की अनुमति देगा।'
चार किलोमीटर लंबा करतारपुर कॉरिडोर भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने के लिए वीजा मुक्त पहुंच प्रदान करता है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव 16 वीं शताब्दी की शुरुआत में इस गुरुद्वारे में रहते थे और यहीं उनकी मृत्यु हुई थी।
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