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दुनिया को पहली बार पाकिस्तान ने दिखाया अपना नया ड्रोन, जानिए किस काम में आ सकता है यह

Neha Dani
25 March 2021 8:48 AM GMT
दुनिया को पहली बार पाकिस्तान ने दिखाया अपना नया ड्रोन, जानिए किस काम में आ सकता है यह
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उसके बिना पैराशूट के सहारे भी किसी रनवे पर उतर सकता है।

पाकिस्तान ने पहली बार अपनी शाहपार-II ड्रोन (Shahpar II Drone) को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है। यह ड्रोन शाहपार-I का अपग्रेडेड वर्जन है, जो 300 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भर सकता है। पाकिस्तान ने इस ड्रोन को 23 मार्च को नेशनल डे परेड के दौरान दिखाया था। पाकिस्तानी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि यह ड्रोन 14 घंटे तक हवा में मंडरा सकता है। इस ड्रोन को पाकिस्तान की ग्लोबल इंडस्ट्रियल डिफेंस सॉल्यूशन्स (GIDS) नाम की एक कंपनी ने बनाया है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय ने शाहपार-1 को साल 2013 में पहली बार पाकिस्तानी सेना और वायुसेना में आधिकारिक रूप से शामिल किया था। पाकिस्तान इस ड्रोन को भारत से लगी सीमा पर बहुत बड़ी संख्या में ऑपरेट करता है। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान के बॉर्डर पर भी इसका इस्तेमाल करती है। मीडियम रेंज के इस यूएवी को पाकिस्तान ने नेशनल इंजिनियरिंग एंड साइंटिफिक कमीशन सहयोग से विकसित किया है।

किस काम में आ सकता है यह ड्रोन
पाकिस्तान ने शाहपार-2 ड्रोन की विशेषताओं का आधिकारिक रूप से कोई खुलासा नहीं किया है। इसलिए, सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर इस ड्रोन के अपग्रेडेड वर्जन से जुड़ी कम ही जानकारियां उपलब्ध हैं। हालांकि इसके पुराने संस्करण को लेकर कई रिपोर्ट आज भी मौजूद हैं। जिसमें बताया गया है कि पाकिस्तान के इस ड्रोन का इस्तेमाल सर्विलांस, आपदा के समय राहत और बचाव कार्य, टोह लेने और जासूसी करने के काम में प्रयोग किया जा सकता है। यह अनआर्म्ड ड्रोन है, मतलब इस ड्रोन में कोई भी हथियार नहीं लगा हुआ है। इस ड्रोन के पहले वर्जन को सबसे पहले नवंबर 2012 में पाकिस्तान के कराची एक्सपो सेंटर में आयोजित इंटरनेशनल डिफेंस एग्जिबिशन एंड सेमिनार के दौरान प्रदर्शित किया गया था। फरवरी 2013 में यूएई के अबू धाबी में आयोजित इंटरनेशनल डिफेंस एग्जिबिशन एंड कांफ्रेंस के दौरान भी इसे दिखाया गया था।

450 किलोग्राम के भार के साथ भर सकता है उड़ान
शाहपार-1 ड्रोन की लंबाई करीब 4.2 मीटर और पंखों की चौड़ाई 6.6 मीटर की है। इसका अपग्रेडेड वर्जन इससे भी बड़ा दिखाई देता है। ऐसे में उसके ईंधन की क्षमता और कई नए उपकरणों के साथ लैस होने की आशंका जताई जा रही है। यह ड्रोन 480 किलोग्राम तक के भार के साथ उड़ान भरने में सक्षम है। लेकिन, इतने कम वजन के साथ उड़ने के कारण ही यह ड्रोन किसी मिसाइल को लेकर जाने में असमर्थ बताया जाता है। इस यूएवी या ड्रोन में ऑटोमेटिक लैंडिंग और टेकऑफ करने की क्षमता है। यह स्वतंत्र रूप से पायलट के गाइडेंस के अनुसार या उसके बिना पैराशूट के सहारे भी किसी रनवे पर उतर सकता है।


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