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उन्होंने पश्चिमी देशों को लताड़ लगाई जो भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर निंदा कर रहे थे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बनाए रखने के अपने देश के दृढ़ संकल्प को एक बार फिर दोहराया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरियों की इच्छाओं के अनुरूप जम्मू और कश्मीर मुद्दे के समाधान से जुड़ी हुई थी। हम बातचीत के माध्यम से भारत के साथ स्थायी शांति चाहते हैं, क्योंकि युद्ध किसी भी देश के लिए एक विकल्प नहीं है।
भारत-पाकिस्तान संबंध पर बोले पीएम शहबाज शरीफ
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि इस्लामाबाद और नई दिल्ली में व्यापार, अर्थव्यवस्था और अपने लोगों की स्थिति में सुधार के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक हमलावर मुल्क नहीं है। उन्होंने कहा कि हम अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए अपनी सेना पर खर्च करते हैं न कि किसी मुल्क पर आक्रामकता के लिए। पीएम शहबाज ने आगे कहा कि हम बातचीत के माध्यम से भारत के साथ स्थायी शांति चाहते हैं, क्योंकि युद्ध किसी भी देश के लिए एक विकल्प नहीं है।
पाकिस्तान की चुनौतियों के बारे में पीएम शहबाज ने की चर्चा
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के सामने आने वाली समकालीन चुनौतियों के बारे में चर्चा की। उन्होंने राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और आईएमएफ कार्यक्रम के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान का आर्थिक संकट हाल ही में दशकों की राजनीतिक अस्थिरता के साथ-साथ संरचनात्मक समस्याओं से उपजा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की स्थापना के बाद से पहले कुछ दशकों में अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में प्रभावशाली वृद्धि देखी गई। जब परिणाम उत्पन्न करने के लिए योजनाएं, राष्ट्रीय इच्छा और कार्यान्वयन तंत्र थे।
कई क्षेत्रों में पिछड़ा है पाकिस्तान- शहबाज शरीफ
पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि समय के साथ हमने उन क्षेत्रों में बढ़त खो दी है, जिनमें हम आगे थे। उन्होंने कहा कि ऊर्जा और नीतिगत कार्रवाई की कमी के कारण राष्ट्रीय उत्पादकता में कमी आई है। पीएम शरीफ का यह बयान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत की विदेश नीति की सराहना करने के बाद आया है। उन्होंने पश्चिमी देशों को लताड़ लगाई जो भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर निंदा कर रहे थे।
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