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राजद्रोह के मामले में पाकिस्तान के पत्रकार इमरान रियाज खान को किया गया गिरफ्तार, देशद्रोह के 17 केस दर्ज, सेनाध्यक्ष से पूछा था सवाल
Renuka Sahu
6 July 2022 1:43 AM GMT
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फाइल फोटो
पाकिस्तान के पत्रकार इमरान रियाज खान को मंगलवार को इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में गिरफ्तार कर लिया गया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के पत्रकार इमरान रियाज खान को मंगलवार को इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने दावा किया था कि उनकी जान को खतरा है। रियाज खान को राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, उनके नाम पर पंजाब प्रांत में देशद्रोह के 17 मामलों दर्ज किए गए हैं। खान इस्लामाबाद जा रहे थे, जब उन्हें एक राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, खान पर पंजाब प्रांत में देशद्रोह के 17 मामलों दर्ज किए गए हैं।
रियाज खान ने जारी किया एक वीडियो
अपने लोकप्रिय वीडियो चैनल पर एक प्री-रिकार्डेड वीडियो में उन्होंने कहा, 'यह वीडियो मेरी गिरफ्तारी के समय के लिए रिकार्ड किया जा रहा है। वे मुझे मार सकते हैं। पांच घंटे के अंतराल के बाद, अगर वे मुझे नुकसान पहुंचाएंगे, तो मैं मेरे चैनल पर ऐसा वीडियो अपलोड करूंगा, जिससे हंगामा हो जाएगा। मैं सभी का नाम लूंगा। बस 5 घंटे इंतजार करो।'
इमरान खान ने गिरफ्तारी पर जताई चिंता
इसके अलावा, उन्होंने पाकिस्तान में 'फासीवादी शासन' की निंदा करते हुए ट्विटर पर पोस्ट भी किया। उन्होंने लिखा, 'हम में से कई लोग सिर्फ अपनी पत्रकारिता के कारण देशद्रोह जैसे मामलों का सामना कर रहे हैं। मुझ पर 20 मामले। लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कहां है।'
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने मनमानी गिरफ्तारी की निंदा की और कहा कि पाकिस्तान फासीवाद में उतर रहा है। इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं आज रात पंजाब पुलिस द्वारा @ImranRiazKhan की मनमानी गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं। देश फासीवाद में उतर रहा है। यह सभी के लिए, विशेष रूप से मीडिया को एकजुट होने और इसके खिलाफ खड़े होने का समय है।
सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा पर सवाल पूछे जाने पर मिली धमकी
गौरतलब है कि अपने यूट्यूब चैनल पर हाल ही में एक वीडियो में पत्रकार ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को संबोधित किया और आरोप लगाया कि देश की वर्तमान राजनीतिक और आर्थिक स्थिति के बारे में सैन्य स्रोतों से सवाल पूछने के बाद उन्हें धमकी दी गई थी। पाकिस्तान में पत्रकारों के खिलाफ सेना और राज्य संस्थानों के खिलाफ कथित तौर पर नफरत फैलाने के आरोप में कई मामले दर्ज किए गए हैं। यह ताजा गिरफ्तारी पाकिस्तान में पत्रकारों पर बढ़ती कार्रवाई की पृष्ठभूमि में हुई है।
पत्रकारों पर हो रहे हैं लगातार हमले
इस हफ्ते की शुरुआत में पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा सार्वजनिक धन के उपयोग और तोशाखाना में पिछले साल उनकी जांच के बाद पंजाब के राजनपुर में पत्रकार राणा अबरार खालिद के घर पर छापा मारा था। पिछले हफ्ते वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व सांसद अयाज आमिर पर अज्ञात लोगों ने हमला किया था।
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (HRCP) ने कहा, 'हम इसे स्वतंत्र आवाजों को चुप कराने के इरादे से एक और कायरतापूर्ण कृत्य के रूप में देखते हैं। एचआरसीपी एक जांच की मांग करता है और इस कृत्य के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।'
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