पाकिस्तान में ऐसे कई मदरसे हैं जिन पर आतंकवाद को लेकर सवाल उठ चुके हैं। लेकिन एक मदरसा पाकिस्तान में उलूम हक्कानिया नाम से चल रहा है जिसे जिहाद यूनिवर्सिटी कहते हैं। इसमें लगभग चार हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं।
एक एजेंसी के मुताबिक मदरसे को पाकिस्तान सरकार का पूर संरक्षण प्राप्त है। वहीं दारूम उलूम हक्कानिया ने पूरी सूची बना रखी है तालिबान के नेतृत्व में कौन नेता किस पद है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अफगान सरकार के साथ शांति वार्ता कर रहे हैं।
मदरसे के मौलवी यूसुफ शाह का कहना है कि उन्हें अपने पूर्व छात्रों पर गर्व है। साथ ही कहते हैं कि यहां के छात्रों ने रूस को टुकड़ों में बांट दिया और अमेरिका को भी यहां से भगा रहे हैं। मदरसे में छात्रों को खाना, कपड़े और शिक्षा मुफ्त मिलती है। यहां जो छात्र हैं, वो पाकिस्तान और अफगानिस्तान के शरणार्थी रहे हैं।
वहीं पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें मदरसे के नेता तालिबान उग्रवादियों का समर्थन करते नजर आ रहे हैं। इसे लेकर अफगान सरकार ने अपनी नाराजगी जताई जो अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के हटने के साथ ऐसी चरमपंथी हिंसा से लड़ रही है।