
आर्थिक मोर्चे और बाढ़ से जूझ रहे पाकिस्तान में आतंकी संगठनों की हरकतें बेलगाम हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा भारत के खिलाफ नई साजिशें रच रहे हैं। इसके तहत यह दोनों आतंकी संगठन भारत के खिलाफ आतंकियों की नई भर्तियों की तैयारी में जुटे हुए हैं। इससे पाकिस्तान का आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख की बात और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ खैबर पख्तूनवा और ब्लूचिस्तान में कड़ी कार्रवाई की बातें भी बेमानी लगने लगती हैं।
जिला स्तर पर चला रहे अभियान
सिर्फ इतना ही नहीं, जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन को ज्वॉइन करने के लिए पाकिस्तान में जिला स्तर पर अभियान चला रहा है। इसके तहत कराची, गुजरांवाला, सियालकोट, पेशावर, मुजफ्फराबाद, कोटली, नरोवल, शकरगढ़ में युवाओं से अपील की जा रही है। आतंकी संगठनों के लोग यहां के जिम में जाकर युवाओं की फिटनेस और उनकी फुर्ती की जांच कर रहे हैं। इस दौरान यह लोग उन युवाओं पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं जो एलओसी और सीमा के हालात से परिचित हैं। फिर वह उन्हें घुसपैठ के लिए तैयार कर रहे हैं।
कैंप में आतंकियों को दे रहा ट्रेनिंग
पांच अगस्त से 11 अगस्त के बीच जैश ए मोहम्मद ने जैश ए मोहम्मद ने सात दिन का 'दौरा तरबिया' ट्रेनिंग कैंप लगाया था। यह कैंप पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर के बाग जिला स्थित गंगा चोटी में लगाया गया था। इस बीच लश्कर-ए-तैयबा के बड़े नेताओं ने शुक्रवार को जमात-उद-दावा के मरकज में शामिल हुए। इसमें इन दोनों ने भारत और पश्चिमी देशों के खिलाफ जमकर जहर उगला। बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा सेल्फ डिफेंस कोर्स के नाम पर दौरा-ए-सूफा नाम से एक बेसिक ट्रेनिंग कोर्स शुरू किया है। यह उसकी जिहादी ट्रेनिंग गतिविधियों का ही हिस्सा है।
