पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि भारत से दुर्घटनावश चली मिसाइल के पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरना एक गंभीर मामला है, जिसका समाधान नई दिल्ली द्वारा महज सतही सफाई देने से नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इस मामले की संयुक्त जांच की मांग दोहराई।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, कुरैशी ने अपनी जर्मन समकक्ष एनालेना बारबॉक के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान उक्त टिप्पणी की। बयान के मुताबिक कुरैशी ने नौ मार्च को भारतीय मिसाइल द्वारा पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किये जाने की बारबॉक को जानकारी दी।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने इसे लेकर खेद जताया था और कहा मिसाइल दुर्घटनावश चल गई थी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, हालांकि कुरैशी ने कहा कि इस तरह के गंभीर मामलेका भारतीय पक्ष की सतही सफाई के साथ समाधान नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त जांच की मांग की है और वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय से परमाणुकृत माहौल में गंभीर किस्म की इस घटना का गहरा संज्ञान लेने तथा इस क्षेत्र में रणनीतिक स्थायित्व को अक्षुण्ण रखने एवं उसे बढ़ावा देने में अपनी उचित भूमिका निभाने का आह्वान कर रहा है।
शु्क्रवार को भारत सरकार ने कहा था कि दो दिन पहले 'दुर्घटनावश' उससे मिसाइल चली गई थी जो पाकिस्तान में जा गिरी थी और नियमित रखरखाव के दौरान तकनीकी गड़बड़ी से हुई यह घटना 'बेहद अफसोसजनक' है।