विश्व

कर्ज में लगातार डूबता जा रहा पाकिस्तान, प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना- चीन पर निर्भर पाक की विदेश नीति

Renuka Sahu
7 Feb 2022 1:59 AM GMT
कर्ज में लगातार डूबता जा रहा पाकिस्तान, प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना- चीन पर निर्भर पाक की विदेश नीति
x

फाइल फोटो 

कर्ज में डूबते पाकिस्तान की चीन के साथ दोस्ती किसी से छिपी नहीं है और अब पाकिस्तान अपनी विदेश नीति भी चीन के हिसाब से बनाने लगा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कर्ज में डूबते पाकिस्तान की चीन के साथ दोस्ती किसी से छिपी नहीं है और अब पाकिस्तान अपनी विदेश नीति भी चीन के हिसाब से बनाने लगा है. प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने इस बात को स्वीकार किया है कि पाकिस्तान की विदेश नीति (Pakistan Foreign Policy) चीन पर आधारित है. पाकिस्तान के चीन के साथ संबंध इस्लामाबाद की विदेश नीति की आधारशिला हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने माना है कि उनके देश की विदेश नीति पूरी तरह से बीजिंग (Beijing) पर निर्भर है क्योंकि दोनों देशों ने एक दूसरे के मूल हितों से संबंधित मुद्दों को लेकर अपना समर्थन दोहराया है.

पाकिस्तान की विदेश नीति चीन पर निर्भर- इमरान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को बीजिंग में चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) से मुलाकात भी की थी. दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया था कि दोनों देशों के नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय स्थिति और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य पर विचारों का आदान-प्रदान किया. प्रधानमंत्री इमरान खान ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के लिए शी जिनपिंग की सराहना करते हुए कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) ने पाकिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास में अहम भूमिक निभाई है.
पाकिस्तान-चीन के बीच गहरी दोस्ती!
पाकिस्तान और चीन के नेताओं ने इस बात की भी पुष्टि की कि इस्लामाबाद (Islamabad) और बीजिंग के बीच घनिष्ठ रणनीतिक संबंध और गहरी दोस्ती समय की मांग है. द्विपक्षीय संबंधों ने दोनों देशों के हितों की रक्षा की है. इमरान खान ने माना है कि पाकिस्तान और चीन के बीच संबंध उसकी विदेश नीति की आधारशिला है. चीन के साथ घनिष्ठ दोस्ती को पाकिस्तान के लोगों का स्थायी समर्थन प्राप्त है. पाकिस्तान ने दक्षिण चीन सागर से संबंधित मुद्दों पर भी चीन को अपना समर्थन दिया, जिसे पश्चिम के देश बीजिंग की ओर से अपने विस्तारवादी दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई मनमानी नियम नीतियों के रूप में देखता है.
Next Story