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पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने काबुल जाने वाली फ्लाइट्स को किया सस्पेंड

Gulabi
14 Oct 2021 1:48 PM GMT
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने काबुल जाने वाली फ्लाइट्स को किया सस्पेंड
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पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस

पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) ने गुरुवार को राजधानी काबुल (Kabul) के लिए फ्लाइट्स को सस्पेंड (Flight Suspends) कर दिया. पीआई ने कहा कि तालिबान अधिकारियों (Taliban Authorities) द्वारा भारी हस्तक्षेप किया जा रहा था, तभी ये फैसला किया गया. एयरलाइंस ने कहा कि तालिबान (Taliban) ने मनमाने नियम परिवर्तन किए और कर्मचारियों को डराया. ये सस्पेंशन ऐसे समय पर आया है, जब तालिबान सरकार ने एयरलाइंस को आदेश दिया कि वह अगस्त में अफगान सरकार के सत्ता में रहने के दौरान लिए ली जाने वाली टिकट की कीमतों को वसूले, न कि बढ़ी हुई दर पर.


पीआईए काबुल से नियमित रूप से संचालित होने वाली एकमात्र इंटरनेशनल एयरलाइंस है. कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हम अधिकारियों की संख्ती की वजह से आज से काबुल के लिए अपनी फ्लाइट को सस्पेंड कर रहे हैं.' इससे पहले, तालिबान ने पीआईए और अफगान कैरियर काम एयर (Afghan carrier Kam Air) को चेतावनी दी थी जब तक वे टिकट की कीमतों में कटौती करने के लिए सहमत नहीं होते हैं, तब तक उनके अफगान संचालन को ब्लॉक्ड करने का खतरा भी है. इस वजह से अधिकतर अफगानों के पहुंच से टिकट की कीमतें बाहर हो गईं.


अफगान परिवहन मंत्रालय ने क्या कहा?
अधिकांश इंटरनेशनल एयरलाइंस अब अफगानिस्तान में उड़ान नहीं भरती हैं. काबुल में ट्रैवल एजेंटों के अनुसार, पाकिस्तानी राजधानी इस्लामाबाद के लिए फ्लाइट के टिकट पीआईए पर 2500 डॉलर तक बिक रहे हैं, जबकि पहले ये 120-150 डॉलर था. अफगान परिवहन मंत्रालय (Afghan transport ministry) ने एक बयान में कहा कि इस रूट पर कीमतों को इस्लामिक अमीरात (Islamic Emirate) की जीत से पहले टिकट की शर्तों के अनुरूप समायोजित किया जाना चाहिए, नहीं तो उड़ानें रोक दी जाएंगी. मंत्रालय ने यात्रियों और अन्य लोगों से किसी भी उल्लंघन की रिपोर्ट करने का आग्रह किया.

पीआईए ने क्या कहा?
तालिबान की जीत के बाद एक लाख से अधिक अफगानों को देश से काबुल एयरपोर्ट के जरिए बाहर निकाला गया. इसके बाद वहां हुए धमाकों की वजह से एयरपोर्ट को काफी नुकसान पहुंचा. वहीं, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच फ्लाइट गंभीर रूप से सीमित हो गईं. पीआईए ने कहा कि जब से नई तालिबान सरकार बनी है, काबुल में उसके कर्मचारियों के लिए बने नियमों और उड़ान नियमों में अंतिम क्षणों में बदलाव किया गया. कर्मचारियों को तालिबान कमांडरों के बेहद डराने वाले व्यवहार का सामना करना पड़ा है. कंपनी ने कहा कि उसके देश के प्रतिनिधि को एक वक्त घंटों तक बंदूक की नोक पर रखा गया और काबुल में पाकिस्तान दूतावास के हस्तक्षेप के बाद ही उसे मुक्त किया गया


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