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इसमें से 26 ब्लॉक II वर्जन हैं, जिन्हें 2020 में शामिल किया गया है.
भारत ने पाकिस्तान से लगी सीमा के पास एयर डिफेंस सिस्टम S-400 की तैनाती कर दी है, जिसके बाद से इमरान खान की सरकार काफी डरी हुई है. पाकिस्तान की वायु सेना ने अपनी क्षमता बढ़ाने पर काम करना शुरू कर दिया है. बीते महीने कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि पीएएफ (पाकिस्तान की वायु सेना) भारत के राफेल विमानों का मुकाबला करने के लिए चीन से 25 J-10C लड़ाकू विमान खरीदने का सोच रही है. पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने दिसंबर 2021 में एक कार्यक्रम में कहा था कि 23 मार्च को पाकिस्तान की परेड के दौरान होने वाले फ्लाई पास्ट में 25 J-10 विमान हिस्सा लेंगे.
अब खबर आई है कि पाकिस्तान की वायु सेना अपने पुराने बेड़े के स्थान पर अगले महीने 50 JF-17 ब्लॉक III थंडर लड़ाकू विमान को शामिल कर सकती है. पाकिस्तानी विशेषज्ञों का कहना है कि इसके पीछे का उद्देश्य भारत के S-400 सिस्टम के खिलाफ अपनी क्षमता को अपग्रेड करना है. JF-17 विमानों को चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से विकसित किया है.
रूस ने भारत को S-400 मिसाइल सिस्टम के पहले बैच की डिलीवरी बीते साल नवंबर से करनी शुरू की थी. जिसके बाद इन्हें पंजाब में पाकिस्तान से लगी सीमा पर तैनात किया गया. सतह से हवा में मार करने वाली इन मिसाइलों (एसएएम) को अप्रैल तक चालू कर दिया जाएगा. पिछली रिपोर्ट्स में कहा गया था कि S-400 SAM बैटरी राज्य में मौजूद आईएसएफ के पांच बेस में से एक की तरफ ले जाई गई हैं. जबकि कुछ को एलएसी के पास ले जाया गया है. यानी चीन और पाकिस्तान के खतरे को भांपते हुए मिसाइल सिस्टम तैनात किए जा रहे हैं.
भारत और चीन के बीच लद्दाख को लेकर करीब 22 महीनों से विवाद चल रहा है. जो कई राउंड की बैठक होने के बाद भी खत्म होता नहीं दिख रहा. वहीं S-400 पाकिस्तान के किसी भी तरह के दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दे सकता है. इसे दुनिया के सबसे शक्तिशाली डिफेंस सिस्टम में से एक माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि यह रॉकेट, मिसाइल, क्रूज मिसाइल और यहां तक कि विमान जैसे विभिन्न हथियारों के खिलाफ भी प्रभावी है. यही वजह है कि पाकिस्तान इससे इतना डरा हुआ है. ऐसी जानकारी है कि चीन ने भी शिंजियांग और तिब्बत में S-400 सिस्टम की तैनाती की हुई है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान को अगले महीने 50 JF-17 ब्लॉक थंडर III लड़ाकू विमान मिल जाएंगे. फिर इन्हें 23 मार्च को परेड वाले दिन उड़ाया जाएगा. JF-17 एक मध्यम आकार का मल्टी-रोल निभाने वाला लड़ाकू विमान है, जिसे पीएएफ के लिए चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (CAC) और पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) ने संयुक्त रूप से विकसित किया है. सेवा में 2007 से 100 से अधिक थंडर जेट शामिल किए गए हैं. इसमें से 26 ब्लॉक II वर्जन हैं, जिन्हें 2020 में शामिल किया गया है.
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