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पाकिस्तान: खुलेआम चल रही मानव तस्करी, कई बने शिकार

Admin2
22 Jun 2023 11:44 AM GMT
पाकिस्तान: खुलेआम चल रही  मानव तस्करी, कई बने शिकार
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ग्रीस के पास प्रवासियों को ले जा रहे जहाज के डूबने की घटना से पाकिस्तान में उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस घटना को लेकर शहबाज शरीफ सरकार की लगातार आलोचना हो रही है। आलोचकों ने कहा है कि सरकार देश में आर्थिक संकट दूर करने में नाकाम रही है, जिस कारण लोग अवैध तरीके से विदेश जाने को मजबूर हो गए हैं। इस बीच सरकार मानव तस्करों पर काबू पाने में भी विफल रही है, जो लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।
पिछले हफ्ते लगभग 750 प्रवासियों को ले जा रहा एक जहाज भूमध्य सागर में डूब गया था। यह जहाज लीबिया से चला था। बताया जाता है कि जहाज प्रवासियों का ग्रीस या यूरोप के किसी अन्य देश में गैर-कानूनी ढंग प्रवेश कराने के मकसद से जा रहा था। जहाज पर सवार 104 लोगों को बचा लिया गया, जबकि बाकी लोगों के अब जिंदा बचने की उम्मीद नहीं है। बताया जाता है कि जहाज पर सवार पाकिस्तानियों की संख्या 400 तक थी। ये सभी लोग गैर-कानूनी ढंग से पाकिस्तान से निकले थे। हादसे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मानव तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। लेकिन आलोचकों ने इसे महज खानापूर्ति की कोशिश बताया है।
मानव अधिकार संस्थाओं ने कहा है कि पाकिस्तान में हालात इतने खराब हैं कि लोग किसी तरह यहां से निकल जाना चाहते हैं। पिछले साल आठ लाख से ज्यादा पाकिस्तानी आधिकारिक ढंग से देश छोड़ कर चले गए। बीते पांच साल में पाकिस्तान छोड़ने वालों की सबसे बड़ी संख्या थी। गैर-कानूनी ढंग से पाकिस्तान छोड़ने वाले लोगों की संख्या अलग है। बताया जाता है कि मानव तस्करी में लगे लोग मुसीबत में फंसे पाकिस्तानियों को ऑस्ट्रेलिया, यूरोप या अन्य किसी देश में काम दिलाने का वादा कर समुद्री रास्ते से बाहर ले जाते हैं। यह एक बड़ा धंधा बन गया है।
यूरोप स्थित शोध संस्था मिक्स्ड माइग्रेशन सेंटर के मुताबिक हर साल तकरीबन 40 हजार पाकिस्तानी अवैध ढंग से देश छोड़ते हैं। पिछले साल यूरोप से ऐसे 34 हजार लोगों को वापस पाकिस्तान भेज दिया गया था। पाकिस्तान में हाल यह है कि मानव तस्कर खुलेआम फेसबुक जैसे माध्यम पर अपना विज्ञापन देते हैं। वह लोगों को लालच देते हैं कि अगर वे दो से चार लाख (पाकिस्तानी) रुपये खर्च करें, तो उन्हें तुर्किये या उसके आसपास के किसी देश में पहुंचा दिया जाएगा।
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