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US विदेश मंत्री के इस बात से पाकिस्तान को लगी मिर्ची, बोला- 'बयान हैरान करने वाला'

Neha Dani
17 Sep 2021 11:24 AM GMT
US विदेश मंत्री के इस बात से पाकिस्तान को लगी मिर्ची, बोला- बयान हैरान करने वाला
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ये लोग पाकिस्तानी हस्तक्षेप को लेकर विरोध कर रहे थे.

अमेरिका (America) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Anthony Blinken) ने कहा कि वाशिंगटन (Washington) इस्लामाबाद (Islamabad) के साथ अपने रिश्तों का पुनर्मूल्यांकन करेगा. इस बात से पाकिस्तान (Pakistan) को मिर्ची लग गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने कहा है कि ब्लिंकन की हालिया टिप्पणी दोनों मुल्कों के बीच निकट सहयोग के तहत नहीं थी. डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, एक साप्ताहिक प्रेस वार्ता में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद ने ब्लिंकन के बयान को 'हैरान करने वाला' करार दिया.

पाकिस्तानी प्रवक्ता ने कहा, अफगान शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान ने सकारात्मक भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि उनके मुल्क के अफगानिस्तान में समावेशी राजनीतिक समझौते के लिए निरंतर समर्थन करने की अमेरिकी विदेश विभाग समेत कई मुल्कों ने स्वीकार किया है. अहमद ने अफगानिस्तान से बहुराष्ट्रीय निकासी प्रयासों की सुविधा में पाकिस्तान की भूमिका पर भी प्रकाश डाला. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हम आने वाले दिनों और हफ्तों में देखेंगे कि पाकिस्तान ने पिछले 20 सालों में क्या भूमिका निभाई है. लेकिन हम ये भी देखेंगे कि कैसे ये आने वाले सालों में भी इस भूमिका को बेहतर ढंग से निभाता है.
एंटनी ब्लिंकन ने पाकिस्तान को लेकर क्या कहा?
ये बयान ऐसे समय पर आया है, जब अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कांग्रेस से कहा कि अमेरिका आने वाले हफ्तों में पाकिस्तान के साथ संबंधों पर विचार करेगा. ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि वह भूमिका तैयार हो सके, जो अमेरिका अफगानिस्तान के भविष्य के लिए इस्लामाबाद से निभाने की उम्मीद रखता है. ब्लिंकन ने पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश भी भेजा. इसमें कहा गया कि पाकिस्तान तालिबान शासन को महिलाओं और बच्चों सहित अफगान लोगों के बुनियादी अधिकारों को बनाए रखने के लिए दबाव बनाने में बाकी के देशों के साथ आए. ब्लिंकन ने ये आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने प्रतिबंधित हक्कानी नेटवर्क के आतंकियों सहित तालिबान को पनाह दी.
अमेरिका ने तालिबान को आतंकवादी समूह के रूप में नामित किया
तालिबान के काबुल (Kabul) पर कब्जे के बाद से पाकिस्तान अफगानिस्तान में कट्टरपंथी संगठन को कब्जे के लिए सक्षम बनाने की भूमिका को लेकर जांच के दायरे में आ गया है. साथ ही पाकिस्तान की जमकर आलोचना भी हो गई है. समूह को अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी समूह के रूप में नामित किया गया है. पाकिस्तान के तालिबान और क्षेत्र के अन्य संगठनों के साथ गहरे संबंध हैं. पाकिस्तान पर आरोप है कि उसने तालिबान के कई वांटेड सदस्यों को अपने यहां पनाह दी है. हाल ही में काबुल में पाकिस्तान के खिलाफ अफगान लोगों ने जबरदस्त नारेबाजी की थी. ये लोग पाकिस्तानी हस्तक्षेप को लेकर विरोध कर रहे थे.

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