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भारतीय टीम के अफगानिस्तान दौरे को लेकर बौखलाया पाकिस्तान, कहा- नहीं चाहते कोई देश 'स्थिति बिगाड़ने' का काम करे

Renuka Sahu
4 Jun 2022 6:37 AM GMT
Pakistan furious about Indian teams tour of Afghanistan, said - do not want any country to spoil the situation
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फाइल फोटो 

पिछले साल अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद पहली बार भारतीय दल के काबुल की यात्रा पर जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को पाकिस्तान ने कहा कि वह नहीं चाहेगा कि अफगानिस्तान में कोई भी देश ‘स्थिति बिगाड़ने’ वाली भूमिका निभाए.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पिछले साल अफगानिस्तान (Afghanistan) की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद पहली बार भारतीय दल के काबुल की यात्रा पर जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को पाकिस्तान ने कहा कि वह नहीं चाहेगा कि अफगानिस्तान में कोई भी देश 'स्थिति बिगाड़ने' वाली भूमिका निभाए. भारत से विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ राजनयिक (Indian Team in Afghanistan) की अगुवाई में एक दल काबुल गया है, जो उस देश में भारतीय मानवीय सहायता अभियान एवं आपूर्ति का जायजा लेगा और वहां सत्तारूढ़ तालिबान के वरिष्ठ सदस्यों से मुलाकात भी करेगा.

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस दल का नेतृत्व पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान (पीएआई) के लिए वरिष्ठ राजनयिक जे पी सिंह कर रहे हैं. यह दल तालिबान के वरिष्ठ सदस्यों से मुलाकात कर भारत की ओर से भेजी गई सहायता के बारे में चर्चा करेगा. वहीं शुक्रवार को पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि अफगानिस्तान में भारत की भूमिका के संदर्भ में पाकिस्तान के विचार जगजाहिर हैं.
पाकिस्तान ने बताया वो क्या नहीं चाहता?
भारतीय दल की काबुल यात्रा और भारत के अफगानिस्तान में दूतावास दोबारा खोले जाने की खबरों से जुड़े सवाल पर प्रवक्ता ने कहा, 'अफगानिस्तान में भारत की भूमिका के बारे में हमारे विचार ऐतिहासिक रूप से जगजाहिर हैं. हालांकि, हाल में अफगान अधिकारियों के अनुरोध पर पाकिस्तान ने एक विशेष संकेत के रूप में भारतीय गेहूं की खेप को (अफगानिस्तान ले जाने के लिए) परिवहन की अनुमति दी थी.' उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान नहीं चाहता कि कोई भी देश स्थिर और समृद्ध अफगानिस्तान के रास्ते में स्थिति बिगाड़ने वाली भूमिका निभाए.
आपको बता दें अफगानिस्तान में बीते साल अगस्त महीने में तालिबान एक बार फिर सत्ता में लौट आया था. उसके आते ही पश्चिमी समर्थिक सरकार गिर गई. विदेश से मिलने वाली मदद रुकने और अमेरिका द्वारा फंड फ्रीज किए जाने के कारण देश में मानवीय संकट खड़ा हो गया है. साथ ही देश में नकद की भी कमी हो गई है. जिसके चलते आम लोगों को दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं हो पा रही है. भारत इन्हीं लोगों की मदद के लिए गेहूं और दवा समेत दूसरा सामान अफगानिस्तान पहुंचा रहा है. भारत की तरफ से लगातार मदद के तौर पर अफगानिस्तान में अनाज और दवा की खेप भेजी जा रही है. इस मदद का तालिबान भी पूरी तरह स्वागत कर रहा है. वहीं पाकिस्तान इस बात से इसलिए इतना चिढ़ा हुआ है क्योंकि वो तालिबान को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करना चाहता था.


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