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भारतीय सेना की अंतरिक्ष में दस्तक से घबराया पाकिस्तान, कर रहा बैठक

Apurva Srivastav
28 May 2021 1:30 PM GMT
भारतीय सेना की अंतरिक्ष में दस्तक से घबराया पाकिस्तान, कर रहा बैठक
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पाकिस्तान को देना होगा जवाब

पाकिस्तानी अधिकारियों ने गुरुवार को पश्चिमी देशों के समर्थन से भारत (India) द्वारा अंतरिक्ष (Space) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) के सैन्यीकरण को पाकिस्तान (Pakistan) की सुरक्षा के लिए एक 'उभरता हुआ खतरा' करार दिया. 1998 के परमाणु परीक्षणों की 23वीं वर्षगांठ के मौके पर इस्लामाबाद नीति संस्थान द्वारा आयोजित एक चर्चा में अधिकारियों ने यह बात कही.

चर्चा का शीर्षक 'Pakistan's Quest for Peace and Strategic Stability in South Asia' था, जिसमें दो पैनलिस्ट, रणनीतिक योजना प्रभाग के सलाहकार जमीर अकरम और विदेश कार्यालय में महानिदेशक शस्त्र नियंत्रण और निरस्त्रीकरण कामरान अख्तर ने हिस्सा लिया थे. पैनलिस्टों ने क्षेत्र की 'कमजोर' रणनीतिक स्थिरता और भारत की आक्रामक मुद्रा के बारे में अपनी चिंताओं को दोहराया.
पाकिस्तान को देना होगा जवाब
उन्होंने विशेष रूप से उन उभरती चुनौतियों पर जोर दिया, जिन्हें अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. राजदूत अकरम ने उल्लेख किया कि भारत अमेरिकी समर्थन के साथ अपने शस्त्रागार में नई युद्ध तकनीकों – साइबर युद्ध, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और घातक स्वायत्त हथियारों को एकीकृत करने पर काम कर रहा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को इन घटनाक्रमों का जवाब देना होगा और वह आत्मसंतुष्ट नहीं रह सकता.
परमाणु परीक्षण की 23वीं वर्षगांठ
पाकिस्तान सेना ने शुक्रवार को कहा कि देश ने भारत के पोखरण परीक्षणों के जवाब में परमाणु परीक्षण कर और 'विश्वसनीय न्यूनतम परमाणु प्रतिरोधक क्षमता' स्थापित करके दो दशक से अधिक समय पहले इसी दिन क्षेत्र में शक्ति संतुलन फिर से कायम किया था. सेना और विदेश कार्यालय दोनों ने पाकिस्तान द्वारा 28 मई, 1998 के परमाणु परीक्षण की 23वीं वर्षगांठ के मौके पर बयान जारी किए.
विदेश कार्यालय ने जारी किया बयान
भारत के 1998 में मई में पोखरण में पांच परमाणु परीक्षण करने के बाद पाकिस्तान ने भी परीक्षण किए थे. सेना के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान ने 23 साल पहले इसी दिन विश्वसनीय परमाणु प्रतिरोधक क्षमता सफलतापूर्वक हासिल करके इस क्षेत्र में शक्ति संतुलन बहाल किया था.
विदेश कार्यालय ने कहा कि यौम-ए-तकबीर (​महानता का दिन) के मौके पर राष्ट्र किसी भी प्रकार के हमले से अपनी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता की रक्षा करने संबंधी अपने संकल्प की पुष्टि करता है. कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय और वैश्विक स्तरों पर शांति और स्थिरता के माहौल को बढ़ावा देने की दिशा में काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है.


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