x
कासिम खान लगातार दो बार पीटीआइ बलूचिस्तान के राष्ट्रपति बनने वाले एकमात्र नेता रहे हैं।
पाकिस्तान नेशनल असेंबली के नए सत्र की शुरुआत हो गई है। इस बैठक में सबसे पहले नए स्पीकर का चुनाव किया गया है। राजा परवेज अशरफ को निर्विरोध चुना गया है। वहीं दूसरी और पाकिस्तान के पंजाब विधानसभा में आज जमकर हंगामा हुआ है। विधानसभा के डिप्टी स्पीकर दोस्त मुहम्मद मजारी से पीटीआई सदस्यों ने हाथापाई की है और थप्पड़ तक मारे हैं। बता दें कि पंजाब के नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए पंजाब विधानसभा का सत्र चल रहा था जहां ये घटना घटी है।
नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने दिया इस्तीफा
डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी को हटाने और नए स्पीकर के चुनाव पर आज वोटिंग होनी थी। लेकिन अपने खिलाफ वोटिंग में हार के डर से पहले ही सूरी ने इस्तीफा दे दिया है।
प्रस्ताव पर मतदान की अब कोई जरूरत नहीं
इस घटना के सामने आने के बाद पाक मीडिया से बात करते हुए पीएमएल-एन के नेता अयाज सादिक ने कहा कि अब डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अदालत ने इस्तीफे की प्रक्रिया को निर्दिष्ट किया है जिसके अनुसार इसे गवाहों की उपस्थिति में स्पीकर के सामने पेश किया जाना है।
सूरी ने बदल दी थी वोटिंग की तारीख
इमरान खान के कट्टर वफादार सूरी ने बुधवार को नियमों के तहत अपनी शक्तियों को समाप्त कर दिया है और आगामी सत्र की तारीख 16 अप्रैल से बदलकर 22 अप्रैल कर दी थी। हालांकि, बाद में सरकार ने एक नई अधिसूचना जारी कर कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर होगी वोटिंग के लिए सत्र 16 को ही होगा। बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष का पद असद कैसर के इस्तीफे के बाद खाली हो गया था, जिन्होंने 9 अप्रैल को पद छोड़ने का फैसला किया था। जिसके बाद से सूरी सदन की कार्रवाई चला रहे थे।
इमरान के खास माने जाते हैं सूरी
कासिम खान सूरी पूर्व पीएम इमरान के खास माने जाते हैं। सूरी ने ही कई बार इमरान को अविश्वास प्रस्ताव से बचाया था जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बात दें कि सूरी बलूचिस्तान प्रांत में इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक इंसाफ की जड़ें मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। वर्ष 1996 से ही सूरी पीटीआइ के सक्रिय सदस्य के रूप में जुड़े हुए हैं। सूरी 15 अगस्त 2018 को डिप्टी स्पीकर चुना गया था। कासिम खान लगातार दो बार पीटीआइ बलूचिस्तान के राष्ट्रपति बनने वाले एकमात्र नेता रहे हैं।
Next Story