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आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे पाकिस्तान, एक बार फिर से महंगाई की पड़ी मार

Neha Dani
5 Nov 2021 4:57 AM GMT
आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे पाकिस्तान, एक बार फिर से महंगाई की पड़ी मार
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उन्होंने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि सब्सिडी कार्यक्रम के तहत पात्र परिवार अगले छह महीनों के लिए 30 प्रतिशत कम कीमतों पर गेहूं का आटा, घी और दाल खरीद सकेंगे।

आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे पाकिस्तान पर एक बार फिर से महंगाई की मार पड़ी है। पाकिस्तान में महंगाई किस कदर आम आवाम को मार रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पेट्रोल से भी अधिक कीमत पर चीनी बिक रही है। पूरे पाकिस्तान में चीनी के बढ़े दाम को लेकर हाहाकार मचा है। पाकिस्तान में अभी चीनी की कीमत 150 रुपए प्रति किलो है, जबकि पेट्रोल 138.30 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।

इमरान सरकार लगातार महंगाई पर काबू पाने का आश्वासन दे रही है, मगर मौजूदा हालात में ऐसा संभव होता नहीं दिख रहा है। पाक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो देश फिलहाल चीनी संकट से गुजर रहा है और इसका का मौजूदा स्टॉक केवल 15 दिन और चलेगा। इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पीटीआई सरकार पर निशाना साधाहै। शाहबाज ने कहा कि संकट के बावजूद इमरान खान के पास अपने भाषणों के जरिए जुबानी सेवाएं देने से बेहतर कुछ नहीं है।
पाकिस्तान में हालांकि, अलग-अलग जगहों पर पांच रुपए से लेकर 8 रूपए प्रति किलो तक चीनी के दाम में बढ़ोतरी हुई है। थोक बाजार में चीनी का भाव 140 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हो गया है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार शुगर डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि चीनी 140 रुपये प्रति किलो के थोक भाव पर बिक रही है, जबकि खुदरा कीमत 145 रुपये से बढ़कर 150 रुपये प्रति किलो हो गई है।
इस बीच लाहौर में कल थोक बाजार में चीनी की कीमत 126 रुपये प्रति किलो थी और सूत्रों ने बताया कि चीनी डीलरों ने अवैध मुनाफा कमाने के लिए जानबूझकर कमी पैदा कर कीमत बढ़ा दी है। कराची में चीनी की एक्स-मिल कीमत अब इतिहास के उच्चतम स्तर 142 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है, जो एक दिन पहले की तुलना में 12 रुपये अधिक है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ ऐसा ही हाल क्वेटा में देखने को मिल रहा है, जहां चीनी की कीमत 124 रुपये से बढ़कर 129 रुपये प्रति किलो हो गई है।
पाकिस्तान में महंगाई की यह मार ऐसे वक्त में पड़ रही है, जब प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को गरीब परिवारों को दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुओं को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने के लिए 120 अरब रुपये के बड़े पैकेज की घोषणा की। उन्होंने इसे पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा कल्याणकारी योजना बताया। उन्होंने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि सब्सिडी कार्यक्रम के तहत पात्र परिवार अगले छह महीनों के लिए 30 प्रतिशत कम कीमतों पर गेहूं का आटा, घी और दाल खरीद सकेंगे।
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