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इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और भारत शामिल
इस्लामाबाद (प्रेट्र)। धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण की निगरानी के लिए वैश्विक संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफटीएएफ) ने 27 सूत्रीय कार्ययोजना के क्रियान्वयन पर पाकिस्तान की प्रगति पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है और इसे 21 जून से शुरू होने वाली एफएटीएफ की अगली पूर्ण बैठक में पेश किया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह रिपोर्ट एफटीएएफ के अंतराष्ट्रीय सहयोग समीक्षा समूह (आइसीआरजी) ने तैयार की है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और भारत शामिल हैं।
पाकिस्तान को इस समय एफएटीएफ की 'ग्रे सूची' में रखा गया है और वह पिछले कई महीनों से इस सूची से बाहर निकलने के लिए हाथ-पांव मार रहा है। माना जाता है कि इस सूची में शामिल देश धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण को लेकर बने नियमों का पालन करने में असफल रहे हैं।पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने वित्त मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने आइसीआरजी की आभासी बैठक में पाकिस्तान की प्रगति की समीक्षा की गई।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने एफएटीएफ की 27 सूत्रीय कार्ययोजना में से 26 को लागू कर दिया है। सूत्रों ने कहा कि कई मुद्दे पर आंशिक प्रगति हुई है और संबंधित कानूनों में संशोधन किया गया है। इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि 21 जून से 25 जून तक चलने वाले एफएटीएफ के पूर्ण सत्र में पाकिस्तान को अच्छी खबर मिल सकती है। सूत्रों ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी को देखते हुए पाकिस्तान के ग्रे सूची में बने रहने की संभावना है, क्योंकि बाकी बचे एक बिंदु को लागू करने उसे दो से तीन महीने और लगेंगे।
Rani Sahu
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