गरीब हो गया पाकिस्तान, उड़ान रद्द ईंधन नहीं होने से खड़ी है सरकारी विमान
पाकिस्तान। पाकिस्तान की आर्थिक हालत इतनी गर्त में जा चुकी है कि उसकी सबसे बड़ी एयरलाइंस पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) डूबने वाली है. हालत यह है कि एयरलाइंस की जो विमान उड़ान भर रही हैं, उनमें ईंधन भरवाने के लिए भी पाकिस्तानी सरकार के पास पैसे नहीं है. ईंधन का पैसा न चुका पाने के कारण पाकिस्तान के मित्र देश समझे जाने वाले सऊदी और यूएई ने उसकी सरकारी एयरलाइन के विमानों को रोक लिया था.
पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन के एक शीर्ष अधिकारी ने चेतावनी दी है कि अगर एयरलाइंस को इमरजेंसी फंड उपलब्ध नहीं कराया गया तो 15 सितंबर तक उड़ानें निलंबित हो सकती हैं. पाकिस्तान के अखबार जियो न्यूज ने अपनी एक रिपोर्ट में आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट प्रकाशित की है. बुधवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक वरिष्ठ निदेशक ने कहा कि पहले जहां प्रतिदिन 23 विमानें उड़ान भरती थीं, अब उनकी संख्या घटाकर 16 कर दी गई है. इस कारण से कई उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं. अधिकारी ने कहा कि विमान बनाने वाली कंपनियों बोइंग और एयरबस ने उन्हें विमानों के स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति देने से मना कर दिया है क्योंकि वो उसका भुगतान नहीं कर पा रहे हैं. एयरलाइंस बेहद कम उड़ानों का संचालन कर रही है जिस कारण उसे रोजाना लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है.
पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन इतनी कंगाल हो चुकी है कि विदेशों में भी उसे शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारी ने बताया कि ईंधन का पैसा न चुका पाने के कारण पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक विमान को सऊदी अरब के दम्मन एयरपोर्ट पर रोक लिया गया. एयरलाइंस के चार अन्य विमानों को दुबई एयरपोर्ट (UAE) पर रोक लिया गया था.
पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि एयरलाइंस ने एक लिखित आश्वासन दिया जिसके बाद ही उनके विमानों को वापस उड़ान भरने की अनुमति दी गई. पाकिस्तान को विमानों के अंतरराष्ट्रीय एसोसिएशन, इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) को 35 लाख डॉलर का आपातकालीन भुगतान करना पड़ा जिसके बाद ही पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की सेवाओं को बहाल किया गया. अधिकारी ने चेतावनी दी कि अगर इमर्जेंसी फंड में 23 अरब रुपये जल्द ही उपलब्ध नहीं कराए गए तो 15 सितंबर तक उड़ान संचालन निलंबित किया जा सकता है. इस बीच, एयरलाइंस के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि उड़ान संचालन को निलंबन से बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है.