विश्व
पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने भारत के साथ रिश्तों को बेहतर बनाने पर दिया जोर
Rounak Dey
11 Oct 2022 11:30 AM GMT

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अभी सीमा पर दोनों ही देशों की बंदूकें शांत हैं।
पाकिस्तान के सबसे शक्तिशाली इंसान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा 6 साल के कार्यकाल के बाद नवंबर महीने में रिटायर होने जा रहे हैं। जनरल बाजवा कुछ दिनों पहले ही अमेरिका की बहुचर्चित यात्रा पर गए थे। पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने इस यात्रा के दौरान अमेरिका के कई थिंक टैंक से मुलाकात की और रिटायरमेंट से पहले भारत के साथ रिश्तों को लेकर अपनी आखिरी इच्छा जताई। जनरल बाजवा ने कहा कि वे भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर रिश्ते चाहते हैं। ये रिश्ते इतने अच्छे हों कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों के नागरिकों को ऑन अराइवल वीजा की सुविधा मिल सके।
पाकिस्तान के चर्चित पत्रकार कामरान युसूफ ने खुलासा किया है कि अमेरिका के थिंक टैंक के साथ मुलाकात के दौरान जनरल बाजवा ने अमेरिका, भारत और इमरान खान को लेकर कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। अमेरिकी थिंक टैंक से बातचीत में जनरल बाजवा ने कहा कि वह पाकिस्तान को एक सामान्य देश के रूप में देखना चाहते हैं। भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्तों को इस तरह से देखना चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच रिश्ते ऐसे हों कि दोनों ही देशों के नागरिकों को ऑन अराइवल वीजा मिल जाए।
पाकिस्तान पश्चिमी देशों के ज्यादा करीब: बाजवा
अभी भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के नागरिकों को बहुत जांच परख करने के बाद ही वीजा देते हैं। यह जांच बहुत कठिन होती है। जनरल बाजवा ने कहा कि मैं चाहता हूं कि पाकिस्तान एक सामान्य देश बन जाए जहां कोई भी अमेरिकी ऑन अराइवल वीजा हासिल कर सके। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब अमेरिका को किसी और देश की नजर से नहीं देखता है। दोनों देशों के बीच यह संबंध स्वतंत्र हों। बाजवा ने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब उसका चीन के साथ रिश्ता बहुत मजबूत हो गया है।
यही वजह है कि दो ध्रुवों में बंट रही दुनिया में पाकिस्तान फंसा हुआ है कि वह चीन के खेमे में रहे या अमेरिका के साथ रिश्ते मजबूत करे। जनरल बाजवा ने कहा कि हमारी संस्कृति रही है कि हम पश्चिमी देशों के ज्यादा करीब हैं। दरअसल, जनरल बाजवा की नियुक्ति नवाज शरीफ ने की थी। उस समय यह कहा गया था कि जनरल बाजवा भारत के साथ शांति और रिश्ते सामान्य बनाने के हिमायती हैं और कश्मीर के मुद्दे का हल शांति के साथ बातचीत करके करना चाहते हैं।
'हिंदुस्तान और पाकिस्तान अपनी शत्रुता को भुलाएं'
कामरान ने बताया कि यही एक बहुत बड़ी वजह थी कि नवाज शरीफ ने कई दावेदारों के बीच में से जनरल बाजवा को सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया था। कामरान ने कहा कि जनरल बाजवा ने अभी हाल ही में भारत की ओर से इशारा करते हुए कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान को अपनी शत्रुता को भुलाकर गरीबी को दूर करने पर काम करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास किए हैं। उन्होंने दक्षिण एशिया में शांति पर जोर दिया था। माना जाता है कि बाजवा के अनुमति मिलने के बाद पाकिस्तान की सेना ने भारत के साथ शांति पर जोर दिया है और अभी सीमा पर दोनों ही देशों की बंदूकें शांत हैं।
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