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पाकिस्तान और तालिबान में अफगानिस्तान पर अमेरिकी ड्रोन हमलों को लेकर ठनी

Neha Dani
6 Sep 2022 4:37 AM GMT
पाकिस्तान और तालिबान में अफगानिस्तान पर अमेरिकी ड्रोन हमलों को लेकर ठनी
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कई नेताओं ने अमेरिकी ड्रोन हमले में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर सवाल उठाए थे।

इस्लामाबाद:पाकिस्तान और तालिबान के संबंध इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहे हैं। अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी की मौत के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ गया है। तालिबान ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान के खिलाफ हमले के लिए अमेरिका को अपनी धरती से ड्रोन संचालित करने की अनुमति दे रहा है। इसी को लेकर अब पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान ने कहा है कि ऐसी बयानबाजियों के द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंच सकता है। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि तालिबान अफगानिस्तान की पिछली सरकारों की तरह अपनी नाकामियों का ठीकरा हमारे ऊपर फोड़ना चाहता है।


मुल्ला याकूब ने पाकिस्तान पर क्या आरोप लगाए थे
अफगानिस्तान के तालिबान सरकार के अंतरिम रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब ने पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि पाकिस्तान युद्धग्रस्त देश के खिलाफ अपनी धरती से अमेरिका को ड्रोन संचालित करने की अनुमति दे रहा है। उसने कहा था कि हमारी जानकारी के अनुसार, ड्रोन पाकिस्तान से अफगानिस्तान में प्रवेश कर रहे हैं। वे पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग करते हैं। हम पाकिस्तान से कहते हैं कि हमारे खिलाफ अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग न होने दें। मध्य काबुल में 31 जुलाई को एक अमेरिकी ड्रोन से किए गए मिसाइल हमले में अलकायदा का नेता अयमान अल-जवाहिरी मारा गया था।

पाकिस्तान ने नाकामियों का ठीकरा फोड़ने का आरोप लगाया
आधिकारिक सूत्रों का हवाला देते हुए द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने रविवार को एक रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान याकूब के आरोपों से निराश है। यह पिछले अफगान प्रशासन जैसी मानसिकता को ही दर्शाता है जो खुद की असफलताओं का ठीकरा इस्लामाबाद पर फोड़ने का काम करता था। सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान को वरिष्ठ अफगान तालिबान नेता से इस तरह के सार्वजनिक बयान की उम्मीद नहीं थी।


पाकिस्तान ने स्वीकारा- हमने की तालिबान की मदद
पाकिस्तान ने खुद स्वीकारा कि उसने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे को लेकर खूब मदद की थी। अधिकारियों ने कहा कि इस तथ्य के बावजूद कि तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से इस्लामाबाद ने अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के लिए बहुत कुछ किया है, तालिबान ने हमारे ऊपर आरोप लगाए हैं। इसमें कहा गया कि काबुल के वास्तविक शासकों को निजी तौर पर स्पष्ट रूप से अवगत कराया गया है कि इस तरह के आरोप द्विपक्षीय संबंधों के लिए हानिकारक होंगे।

जवाहिरी के मारे जाने के बाद पाकिस्तान पर उठ रहे सवाल
जवाहिरी के मारे जाने के बाद से ही ये सवाल उठ रहे हैं कि अमेरिकी ड्रोन ने कहां से और किस ठिकाने से उड़ान भरी थी। पाकिस्तान इसमें अपनी संलिप्तता से इनकार करने के साथ ही यह भी कहता रहा है कि न तो ड्रोन ने पाकिस्तान से उड़ान भरी थी और न ही इसने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल किया था। खुद पाकिस्तान में कई नेताओं ने अमेरिकी ड्रोन हमले में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर सवाल उठाए थे।

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