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हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर पाक सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान, भारत ने भी लगाई लताड़
Deepa Sahu
5 Aug 2021 5:22 PM GMT
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पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक बार फिर हिंदू मंदिर पर कट्टरपंथियों की अगुवाई में हजारों लोगों ने हमला कर दिया।
नई दिल्ली/लाहौर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक बार फिर हिंदू मंदिर पर कट्टरपंथियों की अगुवाई में हजारों लोगों ने हमला कर दिया। रहीम यार खान जिले के इस भव्य गणेश मंदिर में घुसकर उन्मादी कट्टरपंथियों ने सभी मूर्तियों को तोड़ डाला। मंदिर के बड़े हिस्से में आग लगा दी। यही नहीं हालात बेकाबू होने के बाद सेना तैनात कर दी गई है। पाक सुप्रीम कोर्ट ने भी इस घटना पर संज्ञान लिया है और पंजाब प्रांत के अधिकारियों को तलब किया है। यही नहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने भी इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है।
कट्टरपंथियों की भीड़ ने बोला हमला
समाचार एजेंसी पीटीआइ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अल्पसंख्यक हिंदुओं के मंदिर पर यह हिंसक घटना लाहौर से 590 किमी दूर हुई। यहां के रहीमयार खान जिले के भोंग में हिंदुओं का बड़ा और भव्य मंदिर है। इस मंदिर को गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर पर अचानक कट्टरपंथियों ने हजारों लोगों की भीड़ के साथ हमला बोल दिया। यहां मूर्तियों को पूरी तरह तोड़ दिया गया। मंदिर की सजावट में लगे झूमर, कांच के सामान को नष्ट कर दिया गया।
हिंसा में पुलिस भी शामिल
यही नहीं भीड़ ने मंदिर परिसर को आग के हवाले कर दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि इलाके में रहने वाले हिंदुओं के सौ परिवारों का जीवन खतरे में है। हमलावरों ने इन हिंदुओं को भी निशाना बनाने की कोशिश की। भोंग में हिंदू मंदिर पर घंटों तक चली तोड़फोड़ और आगजनी के दौरान पूरी अराजकता रही। योजनाबद्ध तरीके से की गई हिंसा में पुलिस शामिल रही। वहां एक पुलिसकर्मी भी नहीं पहुंचा।
सुप्रीम कोर्ट ने अफसरों को किया तलब
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने सत्तारुढ़ इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद रमेश कुमार वंकवानी की शिकायत पर संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के मुख्य सचिव और पंजाब पुलिस प्रमुख को तलब किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक डा. शहबाज गिल ने स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सांसद ने कार्रवाई की मांग की
वंकवानी ने मंदिर पर हमले के वीडियो ट्वीटर पर साझा किए हैं। इन वीडियो में कट्टरपंथी मुस्लिम भगवान की मूर्तियों को निशाना बनाकर तोड़ रहे हैं। मंदिर परिसर में आग भी लगी दिखाई दे रही है। सांसद वंकवानी ने अपने ट्वीट में कहा है कि भोंग में हालात बेहद खराब हैं। पुलिस की लापरवाही शर्मनाक है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से कार्रवाई की मांग की है। पाकिस्तान में अराजकता का आलम यह है कि घंटों चली हिंसा में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
Attack on Hindu temple at Bhong City District Rahimyar Khan Punjab. Situation was tense since yesterday. Negligence by local police is very shameful. Chief Justice is requested to take action. pic.twitter.com/5XDQo8VwgI
— Dr. Ramesh Vankwani (@RVankwani) August 4, 2021
मंदिरों की पवित्रता बनाए रखने में इमरान सरकार विफल
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों पर हमले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिसंबर 2020 में सैकड़ों लोगों की भीड़ ने खैबरपख्तूनख्वा के कराक जिले में एक हिंदू मंदिर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त करते हुए आग लगा दी थी। हाल ही में पाक सुप्रीम कोर्ट को अल्पसंख्यकों के पूजा स्थल की एक रिपोर्ट सौंपी गई है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान मंदिरों की पवित्रता बनाए रखने में पूरी तरह असफल रहा है। अमेरिका के मानवाधिकार परिषद ने भी पाक में धार्मिक स्वतंत्रता को खतरनाक स्तर पर माना है।
भारत ने कड़ी नाराजगी जताई
भारत सरकार ने मंदिर पर हमले की घटना पर कड़ी नाराजगी जताई है। भारत सरकार ने गुरुवार को पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों की धार्मिक स्वतंत्रता पर निरंतर हमलों को लेकर अपनी चिंताओं से पाकिस्तान को अवगत कराया है। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान में इस तरह के हमले की घटनाएं खतरनाक दर से हो रही हैं। पाकिस्तान सरकार और वहां की राज्य सरकारें अल्पसंख्यक समुदायों और उनके पूजा स्थलों पर इन हमलों को रोकने में पूरी तरह विफल रही हैं।
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