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देश में पोलियो का बढ़ा प्रकोप
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान एक बड़े संकट का सामना कर रहा है। देश में पोलियो उन्मूलन अभियान (Pakistans polio eradication) के तहत पिछले हफ्ते खतरनाक उछाल के बाद से चरमरा गया है। बता दें कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे उत्तरी वजीरिस्तान जिले में पिछले एक महीने में बच्चों में पोलियो के आठ मामले सामने आए हैं। अधिकारियों का मानना है कि यह नया प्रकोप माता-पिता द्वारा खुद को और अपने बच्चों को टीकाकरण के लिए गलत जानकारी देने के कारण बढ़ा है। देश में पोलियो के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए, सरकार सक्रिय हो गई है और पोलियो के प्रकोप की जांच शुरू कर दी है।
पाकिस्तान में पोलियो टीकाकरण
बता दें कि फिलहाल पाकिस्तान में जहां से पोलियो के ममाले समाने आ रहे हैं, वह उत्तरी वजीरिस्तान तालिबान का एक पूर्व गढ़ है। उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान, जहां नए मामलों के पीछे उच्च टीका इनकार दर माना जाता है। पाकिस्तान के पोलियो उन्मूलन के एक अधिकारी ने कहा, 'हाल के प्रकोप में पोलियो के नकली निशान और टिके से इनकार दो प्रमुख कारण हैं, पोलियो कर्मचारी माता-पिता के साथ टीकाकरण से चूकने की साजिश रच रहे हैं।' उन्होंने बताया कि टीकाकरण के प्रति संदिग्ध माता-पिता ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा टीकाकरण किए गए बच्चों की उंगलियों को चिह्नित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले विशेष पेन का भी फर्जी तरह से उपयोग कर रहे हैं।
राष्ट्रीय कार्यक्रम समन्वयक शहजाद बेग ने कहा
वहीं इस ममाले पर चिंता व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय कार्यक्रम समन्वयक शहजाद बेग ने कहा, 'मामले ठीक उसी जगह को उजागर कर रहे हैं जहां चुनौतियां हैं, और हम अपना काम कर रहे हैं यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है कि वायरस निहित रहे और हम अंत तक इससे लड़ते रहें।' उन्होंने कहा कि पोलियो के इन मामलों क उछाल से पहले बाल पक्षाघात (child paralysis) का आखिरी मामला पिछले साल जनवरी में दर्ज किया गया था
वहीं संघीय स्वास्थ्य मंत्री, अब्दुल कादिर पटेल ने कहा, 'अप्रैल में पहले दो मामलों के बाद, पोलियो कार्यक्रम ने इस क्षेत्र को घेरने और वायरस को और अधिक फैलने से रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं।
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