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अगले वर्ष हंगरी में चुनाव भी हैं। पीएम ओर्बन ने साफ कर दिया है कि वो किसी तरह का कोई लाकडाउन नहीं लगाएंगे।
हंगरी में इन दिनों कोरोना महामारी की चौथी लहर का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। आलम ये है कि इस लहर में पुराने सभी रिकार्ड टूट गए हैं। इसके चलते देश में सबसे अधिक मामले रविवार को देखने को मिले। ये इसकी शुरुआत से अब तक सबेस अधिक हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में 1492 नए मामले रिकार्ड किए गए जबकि बीते तीन दिनों में कोरोना की वजह से 31 लोगों ने दम तोड़ दिया है।
इसके साथ ही यहां पर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 824,876 हो गए हैं जबकि देश में अब तक इसकी वजह से 31230 लोगों की जान जा चुकी है। इस लिहाज से यहां के आंकड़े अब लोगों को डरा रहे हैं।
हंगरी के पड़ोसी देश सर्बिया और रोमानिया में भी कोरोना के आंकड़े चिंताजनक बने हुए हैं। यहां पर भी हालात काफी खराब हो रहे हैं। महामारी से बचाव के लिए इन देशों में रूस की बनाई स्पूतनिक वैक्सीन के अलावा चीन की सिनोफार्म भी लगाई जा रही है। इसके अलावा भी कुछ दूसरी वैक्सीन का इस्तेमाल यहां पर किया जा रहा है। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन लगातार लोगों से कोविड-19 वैक्सीन लेने की अपील कर रहे हैं। इसके के बाद भी अभी देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा वैक्सीन से वंचित है।
वर्तमान आंकड़ों के मुताबिक 10 मिलियन में से करीब 5.56 मिलियन लोगों को कोरोना से पूरी तरह से वैक्सीनेट कर दिया गया है। 804,000 लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज भी दी जा चुकी हैं। हंगरी में महामारी की चौथी लहर चल रही है। पूरे देश में बढ़ते संक्रमण के बाद भी यहां पर स्कूल, कालेज, पब, रेस्तरां समेत सभी तरह की गतिविधियां चालू हैं। कहीं कोई रोक नहीं हैं। वहीं सरकार की तरफ से केवल अस्पतालों में ही मास्क पहनने की हिदायत दी गई है। अगले वर्ष हंगरी में चुनाव भी हैं। पीएम ओर्बन ने साफ कर दिया है कि वो किसी तरह का कोई लाकडाउन नहीं लगाएंगे।
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