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कोरोना की वजह से सेक्स हॉर्मोन पर हो रहा असर, पुरुषों में तीन गुना बढ़ा इरेक्टाइल डिस्फंशन का खतरा

Apurva Srivastav
30 March 2021 12:46 PM GMT
कोरोना की वजह से सेक्स हॉर्मोन पर हो रहा असर, पुरुषों में तीन गुना बढ़ा इरेक्टाइल डिस्फंशन का खतरा
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नई शोध ये भी कहती है कि अबतक कोरोना से लड़ने में सेक्सुअल हार्मोंस को मददगार माना जा रहा था

नई शोध ये भी कहती है कि अबतक कोरोना से लड़ने में सेक्सुअल हार्मोंस को मददगार माना जा रहा था, लेकिन अब ये भी देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के बाद लोगों के सेक्स हार्मोंस के स्तर में ही गिरावट आ रही है,

इरेक्टाइल डिस्फंशन
लंदन/रोम: कोरोना संक्रमण की वजह से पुरुषों की मर्दानगी पर असर पड़ रहा है. एक नए शोध के मुताबिक कोरोना मर्दों की प्रजनन क्षमता को घटा रहा है. क्योंकि कोरोना की वजह से इरेक्टाइल डिस्फंशन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
100 पुरुषों की जांच
डेलीमेल की खबर के मुताबिक, रोम यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने 100 ऐसे पुरुषों की जांच की, जो कोरोना से संक्रमित हो चुके थे. इनकी औसत उम्र 33 साल थी, लेकिन नतीजे चौंकाने वाले रहे. इन डॉक्टरों ने पाया कि कोरोना संक्रमित हुए 28 फीसदी पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के मामले सामने आए, इसका मतलब है कि वो नपुंसकता या आंशिक नपुंसकता की तरफ बढ़ रहे थे, जिसमें वो शारीरिक संबंध बनाने तक में सक्षम नहीं थे. वहीं, सामान्य लोगों में ये समस्या सिर्फ 9 फीसदी लोगों में ही पाई गई.
महिलाओं से ज्यादा पुरुषों पर असर
वैज्ञानिकों ने बताया कि महिलाओं की तुलना में 1.7 गुना ज्यादा पुरुषों की कोरोना से मौत हुई. यही नहीं, कोरोना वायरस सीधे सीधे श्वेत रक्त कणिकाओं पर असर डाल रहा है, जिसकी वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता कम हो रही है और खून भी मोटा हो रहा है. शोध के मुताबिक खून के मोटे होने से पुरुषों के जननांग से जुड़ी समस्याएं पैदा हो रही हैं. कोरोना से एस्ट्रोजेन और टेस्टोस्टेरोन पर फर्क पड़ रहा है, जो बाकी समस्याएं पैदा कर रहे हैं. टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ने की वजह से श्वसन संबंधी परेशानियां भी पैदा हो रही हैं.
सेक्स हॉर्मोन से मदद तो मिलती है, लेकिन खतरा भी बढ़ा
नई शोध ये भी कहती है कि अबतक कोरोना से लड़ने में सेक्सुअल हार्मोंस को मददगार माना जा रहा था, लेकिन अब ये भी देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के बाद लोगों के सेक्स हार्मोंस के स्तर में ही गिरावट आ रही है, जो कि एक बड़ा खतरा है. इसकी वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के साथ ही पूरी तरह से नपुंसकता के भी शिकार होने का खतरा बढ़ गया है.
महिलाओं पर भी खतरा
डॉ जयसेना का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से पुरुषों पर तो खतरा बढ़ा ही है, महिलाओं को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि टेस्टोस्टेरोन लेवल घटने से महिलाओं को मासिक धर्म संबंधी परेशानियां आ रही हैं और समय से पहले मेनोपॉज का भी खतरा बढ़ा है.


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