पाकिस्तान में विपक्षी दलों ने इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इस संबंध में नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ और पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर्रहमान ने चर्चा भी की।
न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक दोनों नेताओं ने इस संबंध में 25 जनवरी को सरकार विरोधी विपक्षी गठबंधन के वरिष्ठ नेतृत्व में बैठक करने पर सहमति जताई। इसके बाद 23 मार्च को देशव्यापी रैली की योजना भी बनाई गई। शहबाज शरीफ और फजलुर्रहमान ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि सरकार विरोधी गठबंधन दल मौजूदा सरकार को तत्काल बर्खास्त करने के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
फजल ने कहा कि हम सरकार के गठबंधन दलों से पाकिस्तान के राष्ट्रीय हित और आम आदमी के बारे में सोचने की अपील करते हैं। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम प्रमुख ने कहा कि सरकार के खिलाफ लंबा विरोध शुरू निकालना अनिवार्य हो गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेतृत्व वाली सरकार को हटाने के लिए पीडीएम 23 मार्च को राजधानी की ओर मार्च शुरू करेगी।
पाक लौटने पर शरीफ के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन करें
इमरान खान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के प्रत्यर्पण मामले की प्रक्रिया को तेज करने के लिए कदम उठाए हैं। पंजाब सरकार को निर्देश दिए गए हैं कि सरकार को सौंपी गई नवाज शरीफ की मेडिकल रिपोर्ट की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाए। इस संबंध में अटार्नी जनरल खालिद जावेद ने पंजाब सरकार के गृह सचिव जफर नसरुल्ला खान को एक पत्र भी लिखा है। आंतरिक मामलों के लिए पीएम के सलाहकार शहजाद अकबर ने कहा कि नवाज शरीफ को दिसंबर में ब्रिटेन में घेर लिया गया था। उन्होंने कहा कि शरीफ को तुरंत ब्रिटेन छोड़ना होगा।