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इसके चलते आर्मेनिया ने रूस पर प्रतिबंध लगा रखे हैं।
यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र वाले शहर जपोरीजिया में एक बार फिर गोलाबारी हुई है। बीती रात संयंत्र के नजदीकी इलाकों में पांच गोले गिरे। रूस ने इसके लिए यूक्रेनी सेना को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि रूसी सेना ने खाद्यान्न निर्यात का केंद्र बने ओडेसा पर गोलाबारी की है। दोनों हमलों में कुछ लोगों के घायल होने की खबर है। 24 अगस्त को यूक्रेन पर रूसी हमले के छह महीने पूरे हो जाएंगे। इसी दिन 1991 में यूक्रेन सोवियत संघ से अलग होकर स्वतंत्र अस्तित्व में आया था।
यूक्रेन के कई इलाकों में रूसी सेना के हमले जारी
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस को यूक्रेन में मायूसी और भय का वातावरण नहीं बनाने देंगे। रूसी सेना चालू हो रहे सप्ताह में कुछ वीभत्स कर सकती है लेकिन उससे हम विचलित नहीं होंगे। रूस जब तक पीछे नहीं हटेगा, तब तक उससे कड़ा मुकाबला जारी रहेगा। इस बीच यूक्रेन के कई इलाकों में रूसी सेना के हमले जारी हैं। दूसरे बड़े शहर खार्कीव में रविवार को भी गोलाबारी जारी रही। रात में कर्फ्यू के बावजूद वहां पर हमले होते रहते हैं। रविवार सुबह मीकोलईव शहर पर भी मिसाइल हमला हुआ।
आर्मेनिया में पकड़े गए तीन जासूस
आर्मेनिया में रूस के दो और यूक्रेन का एक नागरिक पकड़ा गया है। तीनों पर एक शस्त्र कारखाने की जासूसी करने का शक है। सुरक्षा एजेंसियों ने इनसे पूछताछ शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि आर्मेनिया नाटो और यूरोपीय यूनियन का सदस्य देश है। वह यूक्रेन पर रूसी हमले का विरोध कर रहा है। इसके चलते आर्मेनिया ने रूस पर प्रतिबंध लगा रखे हैं।
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