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इस दिन टकराएगा धरती से चीन का व‍िशालकाय रॉकेट, निशाने पर न्‍यूयॉर्क, मैड्रिड, पेइचिंग शहर भी

Neha Dani
6 May 2021 6:46 AM GMT
इस दिन टकराएगा धरती से चीन का व‍िशालकाय रॉकेट, निशाने पर न्‍यूयॉर्क, मैड्रिड, पेइचिंग शहर भी
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इस मॉड्यूल का नाम तियान्हे (Tianhe) रखा गया है।

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने खुलासा किया कि शनिवार को धरती के वातावरण में फिर से प्रवेश कर सकता है। उन्‍होंने कहा कि इस रॉकेट को लेकर लगातार पोस्‍ट करके जानकारी दी जाएगी। सैटलाइट ट्रैकरों ने 100 फुट लंबा और 16 फुट चौड़ा रॉकेट 4 मील प्रति सेकंड की रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। इस रॉकेट को 2021-035B नाम दिया गया है।

'रॉकेट 8 मई को धरती से टकरा सकता है'
अमेरिका रक्षा मंत्रालय के प्रवक्‍ता माइक हावर्ड ने कहा, 'अमेरिका का स्‍पेस कमांड चीन के लॉन्‍ग मार्च 5बी के बारे में पूरी सूचना रखता है और उसकी निगरानी कर रहा है। हालांकि अभी यह रॉकेट कहां पर गिरेगा, इसकी ठीक ठीक जानकारी उसके धरती के वातावरण में प्रवेश करने से पहले नहीं दी जा सकती है। यह रॉकेट 8 मई को धरती से टकरा सकता है।'
बता दें कि चीन का एक 21 टन वजनी विशालकाय रॉकेट अंतरिक्ष में अनियंत्रित हो गया है और यह अब पृथ्‍वी की ओर बढ़ रहा है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीनी रॉकेट पृथ्‍वी पर अगर किसी आबादी वाले इलाके से टकराता है तो भारी तबाही हो सकती है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस रॉकेट का मलबा न्‍यूयॉर्क, मैड्रिड और पेइचिंग जैसे शहरों में कहीं भी गिर सकता है। चीन ने गुरुवार को अपने
लॉन्‍ग मार्च 5बी रॉकेट को लॉन्‍च किया था।
'चीनी रॉकेट कहीं भी टकरा सकता है'
पृथ्‍वी के चक्‍कर लगाने ऑब्‍जेक्‍ट की निगरानी करने वाले खगोलविद जोनाथन मैकडोवेल ने स्‍पेस न्‍यूज से कहा कि अभी इस सैटलाइट का रास्‍ता न्‍यूयॉर्क, मैड्रिड, पेइचिंग से उत्‍तर की ओर और दक्षिण में चिली तथा न्‍यूजीलैंड की ओर ले जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि इस दायरे में यह चीनी रॉकेट कहीं भी टकरा सकता है। यह समुद्र या आम जनसंख्‍या वाले इलाके में गिर सकता है।
हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि धरती के नजदीक आने पर इस चीनी रॉकेट का काफी हिस्‍सा जलकर राख हो जाएगा। सैटलाइट ट्रैकर ने पता लगाया है कि 100 फुट लंबा चीनी रॉकेट 4 मील प्रति सेकंड की रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। चीन ने गुरुवार को इस रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष में बनाए जाने वाले अपने स्‍पेस स्‍टेशन का पहला हिस्‍सा भेजा था। इस मॉड्यूल का नाम तियान्हे (Tianhe) रखा गया है।




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