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यूक्रेन जंग के 128वें दिन रूस ने बंदरगाह शहर ओडेसा पर भीषण मिसाइल से किया हमला, जानें ताजा हाल
Rounak Dey
1 July 2022 4:04 AM GMT

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अन्य कृषि उत्पादों को बाहर ले जाने के लिए मानवीय गलियारा स्थापित करने के संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों में बाधा नहीं डाल रहा था।'
कीव: यूक्रेन जंग के 128वें दिन रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओडेसा पर भीषण मिसाइल हमला किया है। रूस ने यह हमला ऐसे पर किया है जब उसे काला सागर में ओडेसा बंदरगाह के पास स्थित स्नेक आइलैंड से अपनी सेना को वापस बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। रूस ने इस हार का बदला लेने के लिए ओडेसा पर जोरदार मिसाइल हमला किया है जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। हमले में एक बहुमंजिला इमारत बर्बाद हो गई। रूस के स्नेक आइलैंड से हटने से अब यूक्रेन अपने गेहूं का कुछ निर्यात कर सकेगा।
स्नेक आइलैंड पर कब्जा करके रूस यूक्रेन के ओडेसा बंदरगाह पर दबाव बनाए रखना चाहता था लेकिन यूक्रेनी सेना के भीषण हमलों के आगे रूसी सेना को झुकना पड़ा और उसने स्नेक आइलैंड को खाली कर दिया है। उधर, रूस ने दावा किया है कि उसने सद्भावना के नाते वापस बुलाई है। इस बीच रूस ने यूक्रेन के पूर्वी इलाके में स्थित अंतिम गढ़ लुहांस्क पर कब्जा करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है। रूस समर्थक विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्हें यहां बढ़त मिल रही है।
यूक्रेन के पास अब केवल 3 व्यवसायिक बंदरगाह ही बचे
बताया जा रहा है कि रूस ने मिसाइलों के जरिए ओडेसा में जोरदार हमले किए। स्नेक आइलैंड यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच भीषण जंग का मैदान बना हुआ है। रूस ने तट से 48 किमी दूर स्थित इस द्वीप पर पहले कब्जा कर लिया था लेकिन अब उसे हटना पड़ा है। यूक्रेन के पास अब केवल 3 व्यवसायिक बंदरगाह ही बचे हैं और वहां तक जाने के लिए स्नेक आइलैंड पर कब्जा बहुत जरूरी था। यही वजह है कि यूक्रेन अपने गेहूं का निर्यात नहीं कर पा रहा था।
रूस के इस द्वीप से हटने को यूक्रेन की बड़ी जीत माना जा रहा है। रूस ने यहां पर एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलें तैनात करके उसे एक किला बनाना चाहा था ताकि वहां के एयर स्पेस और समुद्री रास्ते पर कब्जा किया जा सके। यूक्रेन ने भले ही इस द्वीप पर कब्जा कर लिया हो लेकिन उसे इसके लिए अपने कई टीबी 2 ड्रोन गंवाने पड़े हैं। रूस ने इन्हें मार गिराया था। यूक्रेन की सेना ने बताया तोपों और मिसाइल हमलों के बाद रूसी सैनिक दो स्पीडबोट में द्वीप से भाग गए। सैनिकों की सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने जोर देकर कहा कि वापसी का उद्देश्य प्रदर्शन करना था कि 'रूस यूक्रेन के क्षेत्र से गेहूं समेत अन्य कृषि उत्पादों को बाहर ले जाने के लिए मानवीय गलियारा स्थापित करने के संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों में बाधा नहीं डाल रहा था।'
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