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ओमान के सुल्तान पहली विदेश यात्रा पर पहुंचे सऊदी अरब, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन ने किया स्वागत

Neha Dani
12 July 2021 3:50 AM GMT
ओमान के सुल्तान पहली विदेश यात्रा पर पहुंचे सऊदी अरब, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन ने किया स्वागत
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रोकथाम के लिए किए जा रहे देश के उपायों के मद्देनजर लिया गया है.

ओमान के सुल्तान (Sultan of Oman) रविवार को सऊदी अरब पहुंचे. यमन (Yamen) में युद्ध खत्म करने के प्रयासों और ओमान में गहराते आर्थिक संकट के बीच पिछले कुछ वर्षों में ओमान के किसी शासक की सऊदी अरब (Saudi Arab) की यह पहली यात्रा है. सुल्तान हैथम बिन तारिक अल सईद, सऊदी अरब के रेड सी कोस्ट से लगे शहर नेओम पहुंचे.

सऊदी अरब के शक्तिशाली शहजादे मोहम्मद बिन सलमान (Mohammad Bin Salman) ने उनकी अगवानी की. अपने दौरे के दौरान हैथम सऊदी के शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. पिछले साल सत्ता में आने के बाद सुल्तान हैथम पहली विदेश यात्रा पर सऊदी अरब आए हैं, जो दोनों देशों के आपसी हितों को महत्व देने और सऊदी अरब के दबदबे के प्रति ओमान के सम्मान को दिखाता है.
सऊदी अरब की दोस्ती से ओमान को होगा फायदा
ओमान ने हालिया हफ्तों में यमन में संघर्ष खत्म करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं. ईरान के समर्थन वाले हुती विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन की लड़ाई से यमन में दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संकट खड़ा हो गया. सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि सुल्तान ने सऊदी अरब के किंग सलमान से मुलाकात कर दोनों देशों के संबंधों को प्रगाढ़ करने पर चर्चा की.
सुल्तान कबूस के लंबे समय तक शासन के बाद ओमान में सत्ता में आए हैथम अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान अन्य नेताओं से भी वार्ता करेंगे. सऊदी अरब के साथ संबंध मजबूत करने से सुल्तान हैथम (65) को अरबों डॉलर के कर्ज, खराब क्रेडिट रेटिंग और बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों से निपटने में आसानी होगी.
खाड़ी देश में भारत से जाने वाली उड़ानों की 'नो एंट्री'
बता दें कि खाड़ी देश ओमान भारत, पाकिस्तान (Pakistan) और बांग्लादेश समेत 24 देशों से आने वाले यात्री विमानों को देश में एंट्री देने पर अनिश्चितकाल तक के लिए रोक लगा चुका है. कोरोनावायरस (Coronavirus) के प्रसार को रोकने के खाड़ी देश के प्रयासों के तहत यह फैसला किया गया है. ओमान के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से घोषणा की गई कि अगले नोटिस तक फ्लाइट्स पर रोक लगाई गई है. इसने कहा कि ये फैसला कोरोनावायरस वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए किए जा रहे देश के उपायों के मद्देनजर लिया गया है.


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