विश्व

ओली सरकार नेपाल नहीं, चीन के प्रति वफादार: बहादुर शाही

Gulabi
23 Nov 2020 2:32 PM GMT
ओली सरकार नेपाल नहीं, चीन के प्रति वफादार: बहादुर शाही
x
चीन ने नेपाल की धरती पर खड़े कर दिए पिलर, ओली सरकार ने इसे बेबुनियाद बताया

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेपाल में विपक्ष के नेता जीवन बहादुर शाही ने कहा है कि वह चीन से खतरा महसूस कर रहे हैं। नेपाली कांग्रेस के सांसद ने कहा, सीमावर्ती हुमला इलाके में चीन के अवैध कब्जे का मामला उठाने के बाद से वह ऐसा महसूस कर रहे हैं। अगर उनके साथ अनहोनी होती है तो उसके लिए चीन जिम्मेदार होगा। शाही ने यह बात खबरहब से साक्षात्कार में कही है।

चीन ने नेपाल की धरती पर खड़े कर दिए पिलर, ओली सरकार ने इसे बेबुनियाद बताया

हुमला में अतिक्रमण का मामला उठाने पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी और चर्चा में आए इलाके को अपना बताया था। करनाली प्रांत से आने वाले शाही ने अक्टूबर में यह मामला उठाया था। कहा था कि चीन ने नेपाल की धरती पर अपने पिलर खड़े कर दिए हैं और वहां पर निर्माण कार्य करा रहा है, लेकिन केपी शर्मा ओली की सरकार ने सीमा पर अतिक्रमण के इन आरोपों को बेबुनियाद बता दिया था। काठमांडू स्थित चीनी दूतावास ने नेपाली कांग्रेस को आक्रामक भाषा में पत्र लिखकर पूरे मामले को गलत बताया था।

शाही ने कहा- चीनी दूतावास के पत्र की भाषा धमकाने वाली

शाही ने कहा है कि चीनी दूतावास के पत्र ने नेपाली कांग्रेस के चीन से संबंधों को खतरे में डाल दिया है। पत्र में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है वह पूरी तरह से कूटनीतिक मान्यताओं के खिलाफ है। पत्र की भाषा धमकाने वाली है और यह मेरे (शाही के) व्यक्तित्व पर सवाल उठाती है।

नेपाली कांग्रेस ने कहा- चीन ने नेपाली क्षेत्र लोलुंगजोंग और हिल्सा में नौ इमारतें बना लीं


नेपाली कांग्रेस के नेता ने कहा, चीन ने नेपाली क्षेत्र लोलुंगजोंग और हिल्सा में नौ इमारतें बना ली हैं। 2009 में चीन ने लोलुंगजोंग में दो किलोमीटर लंबी सड़क भी बनाई है।

चीन ने नेपाली क्षेत्र में चार किमी भीतर तक कब्जा कर लिया, ओली सरकार इस मामले पर चुप है

चीन ने नेपाली क्षेत्र में चार किलोमीटर भीतर तक कब्जा कर लिया है और वहां के टाइम जोन को बदल दिया है। चीन के कब्जे वाले इस इलाके में नेपाल के विमान और हेलीकॉप्टर नहीं उड़ सकते हैं। ऐसा नेपाल की धरती पर हो रहा है। बावजूद इसके नेपाल की ओली सरकार मामले पर चुप है। वह नेपाल के प्रति वफादारी न दिखाकर चीन की तरफदारी कर रही है।

Next Story