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नुसरत घनी ने कहा 'मुसलमान हूं इसलिए मंत्री पद से हटा दिया गया

Admin Delhi 1
23 Jan 2022 8:42 AM GMT
नुसरत घनी ने कहा मुसलमान हूं इसलिए मंत्री पद से हटा दिया गया
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पूर्व मंत्री नुसरत घनी के आरोप

ब्रिटिश सांसद नुसरत घनी ने कहा है कि, उन्हें प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजरवेटिव सरकार में मंत्री पद से निकाल दिया गया था. क्योंकि उनकी मुस्लिम आस्था उनके सहयोगियों को असहज कर रही थी। फरवरी 2020 में नुसरत घनी को जूनियर ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के पद से हटा दिया गया था, जिसके बारे में अब नुसरत घनी ने अपना मुंह खोला है और मंत्री पद से हटाए जाने के पीछे अपनी मुस्लिम आइडेंटिटी को वजह बताया है। 49 साल की नुसरत घनी ने संडे टाइम्स को बताया कि, उन्हें मंत्री पद से हटाया जा रहा है, इसके बारे में उन्हें एक 'व्हिप' के जरिए बताया गया था।


मुस्लिम होने की वजह से 'सजा'

नुसरत घनी ने कहा कि, उन्हें एक 'व्हिप' ने बकाया कि उनकी 'मुस्लिमता' उनके मंत्री पद से बर्खास्तगी के पीछे की वजह है। नुसरत घनी के ये आरोप काफी सनसनीखेज हैं और ब्रिटेन की संसदीय प्रणाली के ऊपर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ऊपर भी गभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि, ब्रिटेन के प्रधानमत्री कार्यालय की तरफ से अभी तक नुसरत घनी के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन ब्रिटेन सरकार के मुख्य सचेतक मार्क स्पेंसर ने कहा कि, नुसरत घनी का आरोप सीधे तौर पर उनके ऊपर है और वो नुसरत घनी के तमाम आरोपों को नकार रहे हैं।

मार्क स्पेंसर का आरोपों पर जवाब

नुसरत घनी के आरोपों ने ब्रिटेन की राजनीति में तूफान ला दिया है और लोग कई सवाल उठा रहे हैं। वहीं, ब्रिटिश सरकार के मुख्य सचेतक की तरफ से नुसरत घनी के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी गई है। मार्क स्पेंसर ने एक ट्वीट में कहा है कि, 'मैं ये बात सुनिश्चित करता हूं, कि इसमें किसी व्हिप की भूमिका नहीं है और चूंकी आरोपों में किसी का नाम नहीं है, इसीलिए मैं अपने आप को केन्द्रीय भूमिका में रखता हूं, जिनपर एमपी नुसरत घनी ने आरोप लगाए हैं'। मार्क स्पेंसर ने आगे लिखा है कि, ''नुसरत घनी के सभी आरोप पूरी तरह से गलत हैं और मुझे लगता है कि ये आरोप मानहानि वाले हैं और मैनें कभी भी इन तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है और ना ही ऐसे शब्द मेरे ऊपर शोभा देते हैं''।

संकट में घिरी है ब्रिटेन सरकार

नुसरत घनी ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर उस वक्त गंभीर सवालों के घेरे में ला दिया है, जब पहले से ही प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कोरोना लॉकडाउन में शराब पार्टी करने को लेकर सवालों के घेरे में हैं और ब्रिटेन में बोरिस जॉनसन की काफी आलोचना हुई है और बोरिस जॉनसन पर इस्ताफा देने का काफी ज्यादा दवाब है। बोरिस जॉनसन सरकार के खिलाफ जनता के मन में भारी गुस्सा है और ऐसे में नुसरत घनी के आरोपों ने जॉनसन सरकार को और भी ज्यादा मुश्किलों में डाल दिया है। अखबार ने ब्रिटेन की पहली मुस्लिम महिला मंत्री नुसरत गनी के हवाले से कहा है कि, "मुझे बताया गया कि डाउनिंग स्ट्रीट में मंत्रियों के फेरबदल की बैठक में मेरी 'मुस्लिमता' का मुद्दा उठाया गया था और कहा गया था कि, मेरी 'मुस्लिम महिला मंत्री' की स्थिति सहयोगियों को असहज कर रही है।"


पार्टी से हिल गया मेरा विश्वास'

सांसद नुसरत घनी ने ब्रिटिश अखबार से कहा कि, "मैं यह ढोंग नहीं करूंगी कि इसने पार्टी में मेरे विश्वास को हिलाया नहीं है और मैंने कई बार गंभीरता से विचार किया है कि क्या सांसद (संसद सदस्य) के रूप में बने रहना मेरे लिए सही है?" वहीं, सरकार के मुख्य सचेतक मार्क स्पेंसर ने कहा है कि, 'नुसरत घनी ने इस मामले को औपचारिक आंतरिक जांच में डालने से इनकार कर दिया था जब उसने पहली बार पिछले मार्च में इस मुद्दे को उठाया था।' आपको बता दें कि, बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी को पहले भी इस्लामोफोबिया के आरोपों का सामना करना पड़ा है, और पिछले साल मई में एक रिपोर्ट ने इसकी आलोचना की गई थी, कि यह मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव की शिकायतों से कैसे निपटती है।

निशाने पर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी मुस्लिमों को लेकर की गई पिछली टिप्पणियों की वजह से सवालों के घेरे में हैं और उनकी पिछली टिप्पणियों को लेकर जारी एक रिपोर्ट में ब्रिटिश प्रधानमत्री बोरिस जॉनसन से एक माफीनामा जारी करने के लिए कहा गया था। एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, बोरिस जॉनसन ने 'बुर्का पहनने वाली मुस्लिम महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए उन्हें लेटरबॉक्स की तरह दिखने वाली" के रूप में कहा था। वहीं, ब्रिटेन की मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी की नेता कीर स्टारर ने कहा कि, कंजर्वेटिव पार्टी को फौरन सांसद अशरफ गनी के आरोपों की जांच करनी चाहिए और उन्होंने ट्विटर पर इसे एक "यह पढ़कर चौंकाने वाला है।" मामला कहा है।

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