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वियना : संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा है कि रविवार को यूक्रेन में ज़ापोरीज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र (जेडएनपीपी) पर हुआ ड्रोन हमला एक गंभीर घटना है, इसने परमाणु सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।
आईएईए के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने कहा कि इस तरह के हमलों से परमाणु दुर्घटना का खतरा काफी बढ़ जाता है, इसे बंद किया जाना चाहिए। नवंबर 2022 के बाद पहली बार, यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र को निशाना बनाया गया। आईएईए ने एक बयान में कहा कि हमला संयंत्र की सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन है।
"मौके पर तैनात आईएईए विशेषज्ञ तीन प्रभावित स्थानों पर गए। उन्होंने वहां छह रिएक्टर इमारतों में से एक में निगरानी और संचार उपकरणों को निशाना बनाए जाने की घटना को देखा। आईएईए ने कहा, रिएक्टर की छत के निकट आ रहे एक ड्रोन को रूसी सैनिकों ने निशाना बनाया। इसके बाद रिएक्टर भवन के पास विस्फोट हुआ।"
"आईएईए की टीम ने बताया कि उन्होंने मौके पर ड्रोन के अवशेष देखे। इसके अलावा उन्होंने एक क्षतिग्रस्त सैन्य रसद वाहन के बगल में खून के धब्बे देखे। इससे किसी के हताहत होनेे का भी संकेत मिलता है।"
विशेषज्ञों ने बताया कि मौके पर पूरे दिन विस्फोट और गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं। रूस ने कहा कि हमले के पीछे यूक्रेन का हाथ है। हालांकि यूक्रेन ने इससे इनकार किया है। गौरतलब है ज़ापोरीज्जिया संयंत्र यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है, इसकी कुल क्षमता 6 गीगावाट है। फरवरी 2022 के अंत में, संयंत्र पर रूस ने नियंत्रण कर लिया था।
--आईएएनएस
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Rani Sahu
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