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इसके अलावा, 61 अमेरिकी गठबंधन विमानों ने 5,900 और लोगों को देश से निकालने का काम किया है।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन तालिबान के नेतृत्व के प्रतिनिधियों से बात करने पर विचार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस आतंकवादी समूह को लेकर कोई भ्रम नहीं है। व्हाइट हाउस की प्रेस वार्ता के दौरान सुलिवन ने यह बात कही
यह पूछे जाने पर कि क्या वह तालिबान को मानते देंगे या नहीं? उन्होंने कहा, 'मुझे किसी पर भरोसा नहीं है।' अफगानिस्तान में चल रहे निकासी प्रयासों के बीच, एनएसए सुलिवन ने कहा कि अमेरिका तालिबान के साथ दैनिक आधार पर बातचीत कर रहा है और वे काबुल हवाई अड्डे की स्थिति सहित हर पहलू पर तालिबान से बातचीत कर रहे हैं।
तालिबान के साथ चल रही बातचीत के बावजूद, एनएसए ने कहा कि काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना को इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह से भारी खतरा है। बाइडन प्रशासन का मानना है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के पास 31 अगस्त की समय सीमा तक प्रत्येक अमेरिकी को अफगानिस्तान से बाहर निकालने का है।
तालिबान अमेरिकी पुरुषों और महिलाओं की मौत के लिए जिम्मेदार: सुलिवन
एनएसए सुलिवन ने कहा, 'हमारा मानना है कि हमारे पास किसी भी अमेरिकी को अफगानिस्तान से बाहर निकालने का समय है।' उन्होंने कहा कि अमेरिकी सैनिकों के 31 अगस्त की समयसीमा तक देश छोड़ने के बाद भी अफगानियों को अफगानिस्तान से बाहर निकालना जारी रखेगा।'
तालिबान के बारे में बाइडन के दृष्टिकोण पर एक सवाल का जवाब देते हुए सुलिवन ने कहा, 'बेशक, वह तालिबान पर भरोसा नहीं करते, हम में से कोई भी नहीं करता है क्योंकि हमने पिछली बार जब वे सत्ता में थे, तब से भयानक स्थिति को देखा है। हमने देखा है कि दो दशकों के युद्ध में अमेरिकी पुरुषों और महिलाओं की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।'
उन्होंने कहा, 'तालिबान के बारे में हमें कोई भ्रम नहीं है। हमारे दृष्टिकोण से, हमें अपने काम पर ध्यान देने की जरूरत है। हमें इस देश (अफगानिस्तान) से हजारों लोगों को बाहर निकालने की जरूरत है।'
बता दें कि पिछले 24 घंटे में दो दर्जन से अधिक अमेरिकी सैन्य उड़ानों ने काबुल से लगभग 10,400 लोगों को निकाला है। इसके अलावा, 61 अमेरिकी गठबंधन विमानों ने 5,900 और लोगों को देश से निकालने का काम किया है।
Neha Dani
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