![अब रेल में बैठकर जा सकेंगे विदेश अब रेल में बैठकर जा सकेंगे विदेश](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/08/08/3277149-download-2023-08-08t114422682.webp)
नई दिल्ली: ट्रेन में आपने देशभर की यात्राएं की होंगी, लेकिन अब भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के लिए विदेश तक की यात्रा प्लान कर रहा है। योजना यह है कि आप रेल में बैठकर विदेश की सैर कर सकेंगे। मोदी सरकार भूटान और भारत के बीच अंतरराष्ट्रीय ट्रेन सेवाएं शुरू करने जा रहा है। पड़ोसी देशों के बीच ट्रेन सेवा असम से संचालित की जाएगी और इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच पर्यटन में सुधार करना होगा। रेलवे लाइन का कार्य साल 2026 तक पूरा करने का है। इस मामले की जानकारी विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने सोमवार को दी। उन्होंने कहा कि भूटान पर्यटकों की आवाजाही के लिए बहुत उत्सुक है।
विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत सरकार भूटान और असम के बीच रेल लिंक पर भूटानी शासन के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि भूटान पर्यटकों के लिए और अधिक स्थान खोलने का इच्छुक है और रेल संपर्क असम के लिए भी फायदेमंद है। डा. जयशंकर ने कहा कि हम भूटान और असम के बीच रेल लिंक पर बातचीत कर रहे हैं, भूटान पर्यटकों के लिए और अधिक प्वाइंट खोलने के लिए बहुत उत्सुक है और यह असम के लिए बहुत अच्छा है। जयशंकर ने यह भी बताया कि भारत नेपाल और बांग्लादेश के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाने पर काम कर रहा है।
खुद ही खर्च उठाएगी भारत सरकार
यह भारत और भूटान के बीच पहला रेलवे कनेक्शन है और इसके 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। भारत सरकार 57 किलोमीटर लंबे रेलवे लिंक का खर्चा खुद वहन करेगी। भूटान के विदेश मंत्री डा. टांडी दोरजी ने इस साल अप्रैल में कहा था कि भूटान सरकार पहले इस परियोजना पर काम करेगी और फिर समत्से, फुएंतशोलिंग, नंगंगलाम और समद्रुपजोंगखार जैसे अन्य क्षेत्रों को जोडऩे पर विचार करेगी।