यूक्रेन युद्ध अब खतरनाक रास्ते की तरफ तेजी से बढ़ गया है और पुतिन के पार्टनर ने भी अब यूक्रेन युद्ध में कूदने की घोषणा कर दी है। बेलारूसी विदेश मंत्री व्लादिमीर मेकी ने एक रूसी अखबार को दिए गये इंटरव्यू में ऐलान किया है, कि बेलारूस की सेना और स्पेशल सर्विस "पड़ोसी देशों के किसी भी उकसावे का जवाब देने के लिए तैयार हैं"। इससे पहले इस हफ्ते की शुरुआत में बेलारूस में सैन्य गतिविधियों की झड़ी ने युद्ध के खौफनाक होने का अलार्म बजा दिया, जिसमें कहा गया है, कि बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में रूस के समर्थन में अपनी सेना को प्रतिबद्ध कर सकते हैं।
बेलारूस और रूस के बीच काफी गहरी दोस्ती है और बेलारूस के तानाशाह राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको रूसी राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी हैं। जब रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था, उस वक्त बेलारूस की तरफ से भी रूसी सेना यूक्रेन के अंदर दाखिल हुई थी। वहीं, खबर ये भी है, कि रूस ने परमाणु बल को युद्धाभ्यास करने की इजाजत दे दी है, जिसके बाद नाटो अलर्ट पर है। नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि वे अभ्यास की बहुत बारीकी से निगरानी करेंगे। वहीं, बेलारूस की सेना काफी तेजी के साथ तैयारी कर रहा है और सैन्य गतिविधियों की स्पीड काफी ज्यादा है। वहीं, बेलारूस के विदेश मंत्री ने अपने बयान में कहा है, कि उनका देश पड़ोसी देश (यूक्रेन) की तरफ से किसी भी उकसावे का जवाब देने की तैयारी कर रहा है। बेलारूस के राष्ट्रपति कई बार युद्ध में रूस का समर्थन करने की बात कह चुके हैं और राष्ट्रपति लुकाशेंको ने यूक्रेन सीमा के पास रूसी सेना के साथ सैनिकों को तैनात करने का आदेश भी जारी कर दिया है।
इस बीच खबर ये है, कि वार्षिक न्यूक्लियर एक्सरसाइज में इस साल रूस बड़े पैमाने पर अपने परमाणु बलों के साथ युद्धाभ्यास करने वाला है। रूस का ये युद्धाभ्यास इसी महीने में होता है। वहीं, अमेरिका और नाटो सतर्क हैं, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फरवरी में युद्ध शुरू होने के बाद से अतीत में कई परमाणु खतरे जारी किए हैं। नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा, "हम हमेशा की तरह इसकी निगरानी करेंगे। और निश्चित रूप से हम सतर्क रहेंगे, कम से कम परोक्ष परमाणु खतरों और रूसी पक्ष से हमने जो खतरनाक बयानबाजी देखी है, उसे देखते हुए हम सतर्क हैं।" इस बीच, रूसी मिसाइलों ने गुरुवार को यूक्रेन के 40 से ज्यादा शहरों और कस्बों पर हमला भीषण हमले किए हैं। यह संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक प्रस्ताव के बाद आया है, जिसमें मास्को के यूक्रेनी क्षेत्र को "अवैध" कहा गया है और यूक्रेन के सहयोगियों ने अधिक सैन्य सहायता की है।