x
जाम्बिया के 50 वें स्वतंत्रता समारोह में भी सैटा ने हिस्सा नहीं लिया था। कुछ महीनों बाद उन्हें संसद में देखा गया।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के घर में नजरबंद होने और देश में संभावित सैन्य तख्तापलट की अफवाहें इंटरनेट पर फैल रही हैं। दावा किया जा रहा है कि पार्टी के भीतर विद्रोह के कारण जिनपिंग को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख के पद से भी हटा दिया गया है। 2012 में शी जिंगपिंग जब उपराष्ट्रपति थे, तब वह लोगों की नज़रों से ओझल हो गए थे। जैसे ही जिनपिंग के नजरबंद होने की अफवाह उड़ी, लोग उन नेताओं की चर्चा करने लगे हैं, जो कई बार काफी समय जनता की नजरों से ओझल हो जाते हैं।
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन अपने गुप्त जीवन को लेकर काफी चर्चा में रहते हैं। 2020 में कोविड महामारी की शुरुआत में तो उनके मौत की अफवाह भी उड़ गई थी। उसके बाद भी वह बेहद चुनिंदा अवसरों पर ही सार्वजनिक तौर पर नजर आते हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी अचानक गायब हो जाते हैं। 2015 में पुतिन रहस्यमय तरीके से 10 दिन बाद सार्वजनिक रूप से प्रकट हुए थे। कोरोना काल में भी ऐसी अफवाह थी कि पुतिन काफी बीमार थे। इतना ही नहीं, 2021 में कोरोना संक्रमित होने के पहले भी वो दो महीने तक दिखाई नहीं दिए थे।
सितंबर 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के कार्यवाहक सरकार के सत्ता में आते ही सबसे वरिष्ठ नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर गायब हो गए। उन्हें सरकार बनने के बाद आज तक सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। दावा किया गया था कि तालिबान में दो गुटों की लगाई में बरादर की मौत हो गई थी।
वेनेजुएला के पूर्व राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज करीब एक महीने तक जनता से दूर रहे थे। शावेज को लोगों के बीच जाना काफी पसंद था। ऐसे में जब वह अचानक गायब हुए तो उनके मौत की अफवाह भी उड़ने लगी। उन्होंने उस एक महीने में एक भी ट्वीट नहीं किया। बाद में उन्होंने बताया कि सर्जरी के कारण वे सार्वजनिक जीवन से दूर हो गए थे।
मलावी के पूर्व राष्ट्रपति पीटर मुथारिका सितंबर 2016 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए गए और कभी वापस नहीं लौटे। उनकी कम्यूनिकेशन टीम ने अपने नेता के यात्रा कार्यक्रम को साझा नहीं किया, जिसके परिणामस्वरूप उनकी मृत्यु की अफवाहें उड़ीं। जब वह स्वदेश लौटे तो गायब होने के लिए इलाज का बहाना बनाया था।
जाम्बिया के पूर्व राष्ट्रपति माइकल सैटा 2014 में सार्वजनिक दृश्य से गायब हो गए। तब अफवाह उड़ी थी कि सैटा लंबी बीमारी के कारण मर गए थे। जाम्बिया के 50 वें स्वतंत्रता समारोह में भी सैटा ने हिस्सा नहीं लिया था। कुछ महीनों बाद उन्हें संसद में देखा गया।
Next Story