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वाशिंगटन/सोल (आईएएनएस)| व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि उत्तर कोरिया रूस को दर्जनों प्रकार के हथियार और गोला-बारूद भेजने के लिए काम कर रहा है, जिसका उपयोग मास्को, यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में करेगा। योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को एक वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, किर्बी ने कहा कि उत्तर कोरिया बदले में खाद्य आपूर्ति सुरक्षित करना चाहता है और संभावित हथियारों के सौदे की व्यवस्था स्लोवाकिया के एक हथियार डीलर के माध्यम से की जा रही है, जिसकी पहचान आशोट माक्टीर्चेव के रूप में की गई है।
उन्होंने कहा, यह देखते हुए कि उत्तर कोरिया ने पिछले साल के अंत में रूस को बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री वितरित की थी, हम इस बात को लेकर हम चिंता में हैं कि उत्तर कोरिया यूक्रेन के खिलाफ रूस के सैन्य अभियानों को और समर्थन प्रदान करेगा।
इस प्रस्तावित सौदे के हिस्से के रूप में, रूस को कोरिया से दो दर्जन से अधिक प्रकार के हथियार और गोला-बारूद प्राप्त होंगे। हम यह भी समझते हैं कि रूस उत्तर कोरिया में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की मांग कर रहा है और रूस युद्ध के बदले में उत्तर कोरिया को भोजन की पेशकश कर रहा है।
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने कहा कि उसने उत्तर कोरिया और रूस के बीच हथियारों के सौदे की व्यवस्था करने के लिए माक्टीर्चेव पर प्रतिबंध लगाए हैं।
विभाग ने एक बयान में कहा, 2022 के अंत और 2023 की शुरूआत के बीच, माक्टीर्चेव ने डीपीआरके के अधिकारियों के साथ वाणिज्यिक विमान, कच्चे माल और डीपीआरके को भेजे जाने वाले सामानों के बदले में रूस के लिए दो दर्जन से अधिक प्रकार के हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने के लिए काम किया।
डीपीआरके का मतलब डेमोकेट्रिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया है जो उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम है।
किर्बी ने जोर देकर कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा रूस को हथियार या गोला-बारूद का कोई भी प्रावधान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों का उल्लंघन होगा, जो उत्तर कोरिया से हथियारों के किसी भी शिपमेंट को प्रतिबंधित करता है।
उन्होंने ब्रीफिंग में कहा, उत्तर कोरिया और रूस के बीच कोई भी हथियार सौदा सीधे तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन होगा। हमने उत्तर कोरिया के हाल के बयानों पर ध्यान दिया है कि वे रूस को हथियार उपलब्ध नहीं कराएंगे और न ही बेचेंगे और हम इस पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
हम उत्तर कोरिया या यूक्रेन में अपने युद्ध का समर्थन करने के लिए तैयार किसी भी अन्य राज्य से सैन्य उपकरण हासिल करने के रूसी प्रयासों की पहचान करना, उजागर करना और मुकाबला करना जारी रखेंगे।
बीबीसी ने बताया कि उत्तर कोरिया दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है और दशकों से भोजन की कमी का सामना कर रहा है, जिसमें 1990 के दशक के मध्य में विनाशकारी अकाल भी शामिल है।
फरवरी में, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि खराब मौसम, सख्त सीमा नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के प्रभाव से उत्पादन में भारी गिरावट के कारण राष्ट्र गंभीर खाद्य संकट का सामना कर रहा है।
दक्षिण कोरियाई अधिकारियों की सैटेलाइट इमेजरी से पता चलता है कि उत्तर कोरिया ने 2021 की तुलना में 2022 में 180,000 टन कम भोजन का उत्पादन किया।
--आईएएनएस
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Rani Sahu
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