x
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग
उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) की बहन किम यो जोंग (Kim Yo Jong) ने एक बार फिर दक्षिण कोरिया (South Korea) को चेतावनी दे डाली है. किम यो जोंग ने कहा कि अगर दक्षिण कोरिया अमेरिका (America) के साथ मिलकर सैन्य अभ्यास करता है तो ये दोनों कोरिया के रिश्तों को ठीक करने की पहल को नुकसान पहुंचाएगा. उत्तर कोरिया की राज्य मीडिया केसीएनए ने इसकी जानकारी दी है. वहीं, दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वह उत्तर कोरिया के साथ रिश्तों को सुधारने और बातचीत करने के प्रयास को जारी रखेगा.
किम यो जोंग ने यह भी कहा कि दोनों कोरिया के बीच हॉटलाइन को बहाल करने के हालिया फैसले को भौतिक संबंधों को फिर से जोड़ने के अलावा और कुछ नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये मान लेना पूरी तरह से विचारहीन होने वाला है कि जल्द ही दोनों मुल्कों के बीच शिखर सम्मेलन हो सकता है. एक बयान में किम यो जोंग ने कहा, हमारी सरकार और सेना इस पर कड़ी नजर रखेगी कि क्या दक्षिण कोरियाई आक्रामक युद्ध अभ्यास करते हैं या कोई बड़ा फैसला लेते हैं. आशा या निराशा? यह हमारे ऊपर नहीं है. उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब उत्तर और दक्षिण कोरिया संबंधों को बहाल करने के प्रयासों के तहत एक शिखर सम्मेलन आयोजित करने के लिए बातचीत कर रहे हैं.
दक्षिण कोरिया ने अपने समर्थन में कही ये बात
वहीं, दक्षिण कोरिया ने सोमवार को कहा कि वह प्रतिद्वंद्वी उत्तर कोरिया के साथ रिश्तों में सुधार और बातचीत शुरू करने की कोशिश जारी रखेगा. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि अभ्यास का सटीक समय और अन्य विवरणों को अभी तय नहीं किया गया है और इनका निर्धारण अमेरिका तथा दक्षिण कोरिया के अधिकारियों द्वारा किया जाएगा. प्रवक्ता बू सेउंग-चान ने अपना पुराना बयान दोहराते हुए कहा कि सियोल और वाशिंगटन महामारी की मौजूदा स्थिति, उत्तर कोरिया की परमाणु महत्त्वाकांक्षा को रोकना में कूटनीतिक कोशिश और दक्षिण कोरिया एवं अमेरिका की तैयारी जैसे कारकों का परीक्षण कर रहे हैं.
दक्षिण कोरिया-अमेरिका को हथियार परीक्षण से जवाब देता है उत्तर कोरिया
एकीकरण मंत्रालय की प्रवक्ता ली जोंग जू ने कहा कि सियोल उत्तर कोरिया के साथ बातचीत चाहता है लेकिन उसे इसके लिए कोई जल्दबाजी नहीं है. उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच सैन्य अभ्यासों को हमला करने के अभ्यास के तौर पर देखता है और अपने हथियारों का परीक्षण कर अक्सर उनका जवाब देता है. उत्तर और दक्षिण कोरिया 1950-53 में हुए विवाद के बाद लागू सीजफायर के बाद से टेक्निकली युद्ध में ही हैं.
Next Story