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खाद्यान्न संकट से जूझ रहा उत्तर कोरिया, सेना के भंडार से चावल निकालकर हो रहा है देश का गुजारा

Gulabi
3 Aug 2021 11:07 AM GMT
खाद्यान्न संकट से जूझ रहा उत्तर कोरिया, सेना के भंडार से चावल निकालकर हो रहा है देश का गुजारा
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उत्तर कोरिया की खबर

उत्तर कोरिया (North Korea) में खाद्य संकट (Food shortage) गहराने के बीच देश ने आपात सैन्य भंडार से आम नागरिकों को चावल (Rice) की आपूर्ति की है. दक्षिण कोरिया (South Korea) की खुफिया एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. गर्म हवाओं और सूखे की स्थिति के कारण देश में खाद्यान्न का संकट पैदा हो गया है. कोविड-19 महामारी के कारण भी देश की अर्थव्यवस्था को गहरा धक्का लगा है. लेकिन बड़े पैमाने पर भुखमरी और अफरातफरी की स्थिति की खबरें नहीं आई हैं. पर्यवेक्षकों ने उत्तर कोरिया में अगली फसल होने तक संकट और गहराने का अंदेशा जताया है.


सियोल की नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (NIS) ने संसदीय समिति की गोपनीय बैठक में बताया कि उत्तर कोरिया युद्ध के समय इस्तेमाल किए जाने के लिए रखे गए चावल के भंडार का आम नागरिकों, अन्य मजदूरों और ग्रामीण सरकारी एजेंसियों के लिए इस्तेमाल कर रहा है. बैठक में शामिल सांसदों में से एक हा ताए-केउंग (Ha Tae-keung) ने NIS का हवाला देते हुए बताया कि उत्तर कोरिया में गर्म हवाओं के चलने और सूखे की स्थिति के कारण धान, मक्का और अन्य फसलें बर्बाद हो गई हैं और मवेशी मारे गए हैं. उन्होंने कहा कि NIS ने कहा कि उत्तर कोरिया का नेतृत्व सूखे से लड़ने को राष्ट्रीय अस्तित्व का मामला मानता है और अपने अभियान के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.


उत्तर कोरिया में 10 लाख टन अनाज की कमी
एक अन्य सांसद, किम ब्यूंग-की ने NIS के हवाले से कहा कि उत्तर कोरिया को अपने 2.6 करोड़ लोगों को खिलाने के लिए आमतौर पर लगभग 55 लाख टन भोजन की जरूरत होती है. लेकिन वर्तमान में 10 लाख टन की कमी देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि NIS ने सांसदों को बताया कि उत्तर कोरिया के पास अनाज का भंडार खत्म हो रहा है. उत्तर कोरिया में सबसे महत्वपूर्ण फसल चावल है, जिसके दाम में इस साल की शुरुआत से दो बार इजाफा हो चुका है. किम ने NIS का हवाला देते हुए कहा कि जुलाई में कीमत स्थिर रही, लेकिन इसमें एक बार फिर इजाफा हुआ है.

उत्तर कोरिया की मदद कर सकता है चीन
सांसदों ने उत्तर कोरिया की खाद्य स्थिति या उसके द्वारा की उठाए जा रहे कदमों को लेकर विस्तार से जानकारी नहीं दी. पिछले कुछ सालों में भी उत्तर कोरिया में इस तरह का खाद्यान्न संकट देखने को मिला था. लेकिन चीन से आई मदद के जरिए स्थिति को संभाल लिया गया. वर्तमान में उत्तर कोरिया के नागरिक बढ़ी हुई कीमतों पर चावल समेत अन्य अनाजों को खरीद रहे हैं. हालांकि, इस बार भी एक्सपर्ट का मानना है कि चीन उत्तर कोरिया की मदद के लिए आगे आएगा और बड़े स्तर पर अकाल होने से रोकने में इसकी मदद करेगा. दरअसल, भुखमरी होने पर उत्तर कोरियाई नागरिकों के चीन भागने का भी डर है.


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