उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन आधुनिक हथियारों की होड़ को कम करने की बड़े देशों की योजना पर पानी फेरता नजर आ रहा है. नए साल के पहले हफ्ते में मिसाइल परीक्षण के बाद भी किम जोंग उन बाज नहीं आ रहा है. मंगलवार को एक बार फिर से बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) दागकर उत्तर कोरिया ने दुनिया को चौंका दिया है. जापानी तटरक्षक बलों ने भी उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किए जाने की पुष्टि की है. वहीं दक्षिण कोरिया की ओर से भी इस बारे में पुष्टि की गई है.
उत्तर कोरिया ने दागी बैलिस्टिक मिसाइल
जापानी तटरक्षक (Japanese Coast Guard) ने कहा है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन द्वारा सेना को और अधिक सैन्य प्रगति करने के लिए आग्रह किया था जिसके कुछ ही समय बाद दूसरा प्रक्षेपण किया गया है. दक्षिण कोरिया की सेना ने भी इसकी पुष्टि की है लेकिन ये नहीं साफ किया है कि ये बैलिस्टिक मिसाइल थी या कुछ और.... पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसने एक "हाइपरसोनिक मिसाइल" (Hypersonic Missile) दागी है जिसने टारगेट को सफलतापूर्वक भेदा है. एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Nissile) टेस्ट करने के बाद जापान और दक्षिण कोरिया की चिंता बढ़ गई है.
किंम जोंग उन की क्या है मंशा?
परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की इन हरकतों से शांति को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बुरा असर पड़ सकता है. बता दें कि उत्तर कोरिया में किम जोंग उन के सत्ता में 10 साल पूरे हो गए हैं. उत्तर कोरिया (North Korea) ने कोरोना वायरस महामारी और अमेरिका के साथ कूटनीतिक गतिरोध के बीच पिछली परियोजनाओं की समीक्षा करने और नयी नीतियों पर चर्चा करने के लिए पिछले साल दिसंबर के अंतिम हफ्ते में अहम राजनीतिक सम्मेलन (Political Conference) की शुरुआत की थी. देश की अर्थव्यवस्था के खस्ताहाल होने के बावजूद किंम जोंग अपनी सेना को और मजबूत करने के लिए लगातार नए नए प्रयोग करने में जुटा है.