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बस में तकनीकी समस्या को बताया था।
पाकिस्तान में बम विस्फोट में मारे गए नौ चीनी नागरिकों के मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद चीन ने कहा है कि वह जांच पर निगाह रखे हुए है। वह हमले की साजिश की तह तक जाने के लिए पाकिस्तानी एजेंसियों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है।
हमले के साजिशकर्ताओं को दंडित किया जाएगा। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, बुधवार को हुए विस्फोट मामले की जांच दोनों देशों की एजेंसियां मिलकर कर रही हैं। मामले में पाकिस्तानी पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे हम सच्चाई की तह तक पहुंच सकेंगे। साथ ही पाकिस्तान सरकार से कह दिया गया है कि वह वहां कार्यरत चीनी नागरिकों और संपत्ति की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करे जिससे उन पर हमले की घटना भविष्य में फिर न हो पाए।
बुधवार को सिंधु नदी पर 4,300 मेगावाट की पनबिजली परियोजना में कार्यरत लोग जब शटल बस से जा रहे थे तभी उसमें विस्फोट हो गया। विस्फोट में कुल 13 लोग मारे गए जिनमें नौ चीनी नागरिक थे। यह हमला अपर कोहिस्तान जिले के दासू इलाके में हुआ। पंजाब प्रांत के आतंकवाद निरोधी विभाग के अनुसार हमले के सिलसिले में दो भाइयों को गिरफ्तार किया गया है, वे बलूचिस्तान के क्वेटा इलाके के रहने वाले हैं।
पुलिस ने दावा किया है कि इस विस्फोट के तार जमात-उद-दावा प्रमुख और मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के लाहौर स्थित आवास के बाहर हुए विस्फोट से जुड़ रहे हैं। सईद के लाहौर स्थित आवास के बाहर 23 जून को हुए विस्फोट में तीन लोग मारे गए थे और 24 घायल हुए थे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने शनिवार को माना था कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हाल में बस में हुआ विस्फोट आतंकी हमला था। इस विस्फोट में नौ चीनी नागरिकों समेत 13 लोगों की मौत हुई थी। पाकिस्तान ने पहले विस्फोट का कारण बस में तकनीकी समस्या को बताया था।
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